नई दिल्ली: आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और सासंद असदुद्दीन ओवैसी मंगलवार की सुबह वाराणसी पहुंच गए हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे, जहां सपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया है। दोनों नेता पूर्वांचल में अपना-अपना दौरा करेंगे। इस तरह दो बड़े नेताओं का शहर में आना और अलग-अलग जिलों में जाना पूर्वांचल की राजनीति का तपमान बढ़ाने का काम कर रहा है।
ऐसे हो सकता है फायदा-
बीजेपी चाहती है कि ओवैसी 22 के विधान सभा चुनाव में पूरी ताकत से यूपी के मैदान में उतरें। ओवैसी की पार्टी ने बिहार में 5 सीट जीती और कई सीटों पर दूसरे दलों का खेल बिगाड़ दिया। आरजेडी के मन में जो लड्डू फूट रहा था वह चूर-चूर हो गया। इससे ओवैसी के मन का राजनीतिक शेर दहाड़ने लग है। बिहार से उत्साहित ओवैसी फिलहाल बंगाल को लेकर दहाड़ रहे हैं। ममता दीदी इससे परेशान हैं। क्योंकि जिस तरह यूपी में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी मुसलमानों की सबसे ज्यादा चहेती पार्टी है उसी तरह बंगाल में ममता की तृणमूल कांग्रेस मुसलमानों की प्रिय है। बंगाल के मैदान में ओवैसी के उतरने से, आरजेडी की तरह सबसे ज्यादा तृणमूल को नुकसान हो सकता है। बंगाल में लोकसभा के बाद अब विधान सभा चुनाव में भी बीजेपी ने पहले ही ममता का तनाव बढ़ा रखा है।
भाजपा से अलग हुई सुभासपा-
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पूर्वांचल का सियासी तापमान गरमा गया है। भाजपा से अलग हुई (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) सुभासपा अब भागीदारी संकल्प मोर्चा के जरिए नए साथियों के साथ मजबूत विपक्ष की राह तलाश रही है। बिहार चुनाव में पांच विधानसभा सीट पर जीत के बाद असदुद्दीन ओवैसी पूर्वांचल में अपनी जमीन तलाशने में जुटे हैं। आज सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के साथ ओवैसी नए गठजोड़ की संभावना तलाशेंगे।
मुस्लिम बहुल जिले में ओवैसी-
मुस्लिम बहुल जिले आजमगढ़, मऊ और जौनपुर में आज ओवैसी और ओपी राजभर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक व सभाएं करेंगे। हाल ही में सुभासपा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष की मुलाकात के बाद गठजोड़ की उम्मीद है।
उधर, एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने भी शिवपाल यादव से मुलाकात की थी। वहीं, सुभासपा और आजाद समाज पार्टी के बीच भी बातचीत का दौर जारी है। ऐसे में ओवैसी की पूर्वांचल में मौजूदगी से सियासी सरगर्मी तेज होने की उम्मीद है। फिलहाल विधानसभा चुनाव अगले साल होंगे, इससे पहले मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए सियासी दल कोई मौका नहीं छोड़ना चाहेंगे।
अखिलेश जाएंगे जौनपुर-
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंच गए। यहां से वे जौनपुर में पूर्व मंत्री पारस नाथ यादव की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। दोपहर में वे वाराणसी एयरपोर्ट से ही कानपुर के लिए रवाना होंगे।