नई दिल्ली : पुडुचेरी विधानसभा में कांग्रेस सरकार अपना बहुमत साबित नहीं कर पाई है। सोमवार को स्पीकर ने ऐलान किया कि सरकार के पास बहुमत नहीं है। इसके बाद मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी की विदाई तय हो गई है। गौरतलब है कि विधानसभा में कांग्रेस के पास उसके 9 विधायकों के अलावा 2 डीएमके और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन है। यानी कांग्रेस के पास 11 विधायकों (स्पीकर को लेकर 12) का समर्थन है, जबकि विधानसभा की वर्तमान स्थिति के मुताबिक उसे बहुमत के लिए 14 विधायकों का समर्थन चाहिए। हालांकि, फ्लोर टेस्ट से पहले मुख्यमंत्री नारायणसामी दावा करते रहे कि उनके पास निर्वाचित विधायकों में से बहुमत है।
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ऐसे हुई वोटों की गिनती
हाथ उठवाकर हुई वोटों की गिनती उपराज्यपाल के निर्देशानुसार वोटों की गिनती हाथ उठवाकर की गई और विधानसभा की पूरी कार्यवाही की रिकॉर्डिंग हुई। बता दें कि कांग्रेस-डीएमके सरकार ने सदन में बहुमत खो दिया है। सत्ताधारी गठबंधन के छह विधायकों ने विश्वास मत से पहले इस्तीफा दे दिया है, जिसमें रविवार को दो विधायकों ने इस्तीफा दिया।
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क्या है विधानसभा का गणित
33 सदस्यीय पुडुचेरी विधानसभा में 30 सदस्य निर्वाचित और 3 सदस्य केंद्र सरकार की ओर से मनोनित होते हैं। 2016 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थीं। एक विधायक को पार्टी द्वारा पिछले साल दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित किया गया था। इसके अलावा पांच विधायक अब तक इस्तीफा दे चुके हैं।