जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: एमसीडी में जल्द चुनाव होने वाले हैं। चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी एमसीडी में सत्तारूढ़ बीजेपी पर लगातार हमलावर है। ‘आप’ प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने एमसीडी पर लूट का आरोप लगाया है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि, बीजेपी वाली एमसीडी राजन बाबू इंस्टीट्यूट में करीब 6556 वर्ग स्क्वायर मीटर ज़मीन की औने-पौने दामों में नीलामी कर रही है। करोड़ों की ज़मीन को सेंटिग करके अपने लोगों को बेच रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हम लोग दिल्ली नगर निगम में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में पीसी कर रहे हैं। हमने ऐसी कई बड़ी-बड़ी संपत्तियों के बारे में बताया जिनको सस्ते दामों पर बेचा जा रहा है। निगम की संपत्तियों यानी कि दिल्ली वालों की संपत्तियों की लूट चल रही है।
‘खुल्लम खुला चोरी और लूट’
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि, डी-04 करमपुरा कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के लिए 6 करोड़ 36 लाख 30 हजार रुपयों की न्यूनतम बोली पर पहली बोली 6 करोड़ 36 लाख 90 हजार की आई थी। सौरभ भारद्वाज ने इन आंकड़ों पर हैरानी जताते हुए कहा कि, इतनी आसपास की बोलियां कैसे आ रही हैं। यह खुल्लम-खुल्ला चोरी और लूटा का उदाहरण है कि अस्पताल तक कि जमीन य़ह लोग बेचने के लिए उतारू हैं। उन्होंने कहा कि नॉर्थ एमसीडी अन्य 18 दुकानों को भी बेचने की तैयारी में है। जबकि दिल्ली सरकार पिछले सात सालों से मोहल्ला क्लीनिक बनाने के लिए एमसीडी से ज़मीन मांग रही थी। लेकिन एमसीडी ने आजतक एक भी ज़मीन मोहल्ला क्लीनिक बनाने के लिए दिल्ली सरकार को नहीं दी।
‘अस्पतालों की जमीन बेची जा रही’
AAP का आरोप है कि दिल्ली नगर निगम राजन बाबू इंस्टीट्यूट, जिसे टीबी का एक बड़ा इंस्टीट्यूट बताया जाता है। उसमें करीब 6 हजार 556 वर्ग स्क्वायर मीटर ज़मीन की नीलामी की जा रही है। इसको एक प्राइवेट बिल्डर को बेचकर पैसे कमाने की कोशिश हो रही है। दिल्ली में हमेशा अस्पतालों की जरूरत है।
दस्तावेज पेश करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने कुछ दिनों पहले आपको बताया था कि यह लोग बड़ी-बड़ी ज़मीनें, प्राइम लोकेशन की जमीने बेच रहे हैं। इस श्रृंखला के अंदर इनका जवाब यह आया था कि नहीं-नहीं यह सब झूठ है। आम आदमी पार्टी झूठ बोल रही है। अब हम आपके सामने इसके कागज रख रहे हैं।