नई दिल्ली: हाल ही में हुए गुजरात पंचायती चुनाव में बीजेपी की जीत ने सबका दिल जीत लिया है. भारत के इतिहास में ऐसी जीत पहली बार देखाी गया है. बता दें कि गुजरात की सत्ता बीजेपी के नाम हुई है.
आम आदमी पार्टी ने खोला अपना खाता
बता दें कि जिला पंचायत की कुल सीटें-980 थे. जिसमें भाजपा 500, कांग्रेस 114, अन्य 8. नगरपालिका की कुल सीटें 2720 थी। भाजपा 1717, कांग्रेस 324 और अन्य 144। तहसील पंचायत की कुल सीटें-4774। भाजपा 1857, कांग्रेस 681 और अन्य 87। इसके बाद जिला पंचायत की कुल सीटें 980 थी। भाजपा 143, कांग्रेस 32 और अन्य 28। तहसील पंचायत की कुल सीटें 4774 थी। भाजपा 655, कांग्रेस 203 और अन्य 33। नगरपालिका की कुल सीटें 2720 थी। भाजपा 640, कांग्रेस 136 और अन्य 37। गुजरात में जिला पंचायत तहसील पंचायत तथा नगरपालिका की 8474 सीटों में से अब तक भाजपा 2300 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं कांग्रेस 520 सीटों पर आम आदमी पार्टी 40 सीटों पर जबकि 24 सीट पर अन्य बढ़त लिए हुए हैं। आम आदमी पार्टी ने सूरत में कांग्रेस से 27 सीट जीतकर उसका सफाया कर दिया था, सूरत महानगर पालिका में भाजपा पुन: सत्तासीन हुई लेकिन प्रमुख विपक्षी दल के रूप में आम आदमी पार्टी उभरकर सामने आ चुकी है।
उठाया जा रहा है सवाल
बात करें गुजरात के चुनाव में जीतने की तो इससे पहले 8 सीट पर हुए विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली सीटों पर भी जीत हासिल की थी। गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा की जीत प्रदेश की जनता का विश्वास की जीत है तथा सरकार तथा भाजपा नेता इस जीत को विनम्रता से स्वीकार करते हुए गुजरात के विकास तथा लोगों की सेवा का कार्य करेंगे। गुजरात में हुए भाजपा की जीत पर अब जनता कांग्रेस पर सवाल खड़े हो रहे है की कांग्रेस सत्ता ही नहीं बल्कि विपक्ष के लायक भी नहीं है. साथ ही कांग्रेस पर यह भी सवाल उठाया जा रहा है की अब कांग्रेस को खुद इस पर सोचना चाहिए कि जनता बार-बार उसका साथ क्यों छोड़ रही है।