नई दिल्ली। सपा सरकार ने युपी में आने वाले 2022 के चुनाव की तैयारी में अभी से जुट गई है। सपा के मुख्य नेता अखिलेश यादव जिलावार पहुंच कर पार्टी के लोगों से विस्तार से बात कर रहे हैं। बातचीत में सपा सरकार के कामों को हवाला दे रहे हैं। आपको बता दे उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि अब बड़े दलों से गठबंधन नहीं होगा। छोटे दलों के साथ मिल कर चुनाव लड़ेंगे। मुरादाबाद में भी उन्होंने इस बात पर जोर दिया था।
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छोटे दलों के साथ मिल कर चुनाव
ऐसा माना जारा है की पूर्व मुख्यमंत्री की कोशिश यह है कि जहां सुधार की गुंजाइश होगी वहां करेंगे। बातचीत में उन्होंने यह स्वीकारा कि बड़े दलों (कांग्रेस ,बसपा ) के साथ गठबंधन का अनुभव अच्छा नहीं रहा। इस वजह से इन दलों से दूरी बना कर रखेंगे। छोटे और स्थानीय दलों को आगामी चुनाव में तबज्जो देंगे।
कार्यकर्ताओं में जोश भरा
सपा नेता अखिलेश यादव से जब यह सवाल किया गया कि क्या अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रसपा से भी गठबंधन करेंगे तो उनका जवाब था वह भी एक छोटा दल है। अखिलेश यादव ने मुरादाबाद में संभल और मुरादाबाद के सांसद समेत कुछ और जनप्रतिनिधियों के घर पहुंच कर बात की है। उन्होंने ये भी फीडबैक लिया कि किस तरह तैयारी की जाए। सपा अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं में जोश और उमीदे भरी । प्रेस कांफ्रेंस के बाहर भारी संख्या में सपाई इंतजार में खड़े रहे। ऐसा देखा गया की होटल हॉली डे में लंबे समय तक नेताओं का जमावड़ा रहा।
एकजुटता का संदेश
अखिलेश यादव ने एक उदाहरण मुरादाबाद के आयोजन में लोगो के सामने प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने बताया कि मैं अभी सांसद डा. एसटी हसन के आवास से आ रहा था रास्ते में एक मेला दिखा जिसमें हिन्दू मुस्लिम एक साथ इन्जावय कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सपा हमेशा इस पक्ष में रही है कि धर्म निरपेक्षता कायम रहे। लोग आपस में मिल जुल कर रहें। भाजपा भेदभाव पूर्ण काम करती है।