नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव मिली हार के बाद आज मायावती ने बसपा नेताओं की बैठक बुलाई थी, जिसमें मायावती ने भाई आनंद कुमार को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा भतीजे आकाश आनंद को नेशनल को-आर्डीनेटर नियुक्त किये जाने का एलान किया। वहीं सपा के साथ गठबंधन के खात्मे के एलान के बाद उन्होंने फिर एक बार अखिलेश पर बड़ा हमला बोला और हार के काई कारण गिनवाए।
मायावती ने कहा कि गठबंधन के चुनाव हारने के बाद अखिलेश ने मुझे फोन नहीं किया, जबकि सतीश मिश्रा ने उनसे कहा था कि वो मुझे बात कर लें। उन्होंने कहा कि मैंने अपने बड़े होने का फ़र्ज़ निभाया और चुनाव में परिवार के लोगों के हारने पर फ़ोन कर दुःख जताया। अखिलेश पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश ने मिश्रा से मुझे मैसेज भिजवाया कि मैं मुसलमानों को टिकट न दूं, क्योंकि उससे और ध्रुवीकरण होगा, लेकिन मैंने उनकी बात नहीं मानी।
उन्होंने कहा कि ताज कोरिडोर मामले में फंसाने में मुलायम सिंह यादव ने भी बड़ी भूमिका अदा की। उन्होंने कहा कि सपा का बेस बोते बैंक उनसे दूर हो गया, जिसके कारण गठबंधन को आपेक्षिक सफलता नहीं मिली। अखिलेश की सरकार में गैर यादव और पिछड़ों के साथ नाइंसाफी हुई, इसलिए उन्होंने वोट नहीं किया। इसके अलावा सपा ने प्रमोशन में आरक्षण का विरोध किया था इसलिए दलितों, पिछड़ों ने उसे वोट नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा को सलीमपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के विधायक दल के नेता राम गोविंद चौधरी ने हराया। उन्होंने सपा का वोट बीजेपी को ट्रांसफर करवाया, लेकिन अखिलेश ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।