प्रतापगढ़ : कभी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के चेहते रहे कुंडा के बाहुबली विधायक व रघुराज प्रताप सिंह (Raghuraj Pratap Singh) उर्फ राजा भैया (Raja Bhaiya) का जब सपा से मोहभंग हो गया, तो उन्होंने अपनी पार्टी जनसत्ता पार्टी (jansatta Party) बना ली, लेकिन अब उनका झुकाव राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी (BJP) की तरफ देखने को मिल रहा है। राजा भैया के बीजेपी की तरफ झुकाव के कयासों को बल उस समय मिला, जब प्रदेश सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री मोती सिंह (Moti Singh) ने उनसे मुलाक़ात की।
Raja Bhaiya और Moti Singh की मुलाकात के बाद बढ़ा सियासी पारा
योगी सरकार के मंत्री मोती सिंह और कुंडा के बाहुबली विधायक व जनसत्ता पार्टी के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह के बीच हुई मुलाकात में क्या बात हुई ? इस पर सस्पेंस बना हुआ है, लेकिन मुलाकात के बाद सियासी पारा बढ़ गया है। कहा ये भी जा रहा है कि राजा भैया जल्द ही जनसत्ता पार्टी और बीजेपी के गठबंधन (Alliance) का ऐलान कर सकते हैं।
मंत्री मोती सिंह और विधायक राजा भैया के बीच ये पहली मुलाकात थी, जो करीब आधे घंटे तक चली। दोनों के बीच मुलाकात राजा भैया के आवास बेती कोठी पर हुई। दोनों नेताओं मुलाकात के दौरान कोठी के बाहर राजा भैया व मोती सिंह के समर्थकों की भारी भीड़ जुटी रही। दोनों के बीच क्या बात हुई ? इस बात को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
सपा से मनमुटाव के बाद राजा भैया ने बनाई अपनी अलग पार्टी
दरअसल, कुंडा से निर्दलीय विधायक राजा भैया कभी समाजवादी पार्टी के चेहते थे। सपा से नाराजगी के बाद लोकसभा चुनाव-2019 के दौरान उन्होंने अपनी नई पार्टी जनसत्ता पार्टी का गठन किया। लोकसभा चुनाव के समय दोनों पार्टियों के गठबंधन की चर्चा थी, लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंस गया और गठबंधन नहीं हो सका। राजा भैया की पार्टी ने दो लोकसभा सीट प्रतापगढ़ व कौशांबी में प्रत्याशी उतारा था। लेकिन, दोनों सीटों पर प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा था।