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जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: सौंफ काे अकसर खाना खाने के बाद खाया जाता है। सभी रेस्टाेरेंट में खाना खाने के बाद सौंफ खाने काे दिया जाता है। क्याेंकि यह पाचन क्रिया काे दुरुस्त बनाता है। सौंफ पाेषक तत्वाें से भरपूर हाेता है। आयुर्वेद में इसे बेहद गुणकारी माना गया है। इसका प्रयाेग मुंह की बदबू दूर करने, गैस और एसिडिटी से राहत पाने के लिए घरेलू औषधि के रूप में किया जाता है।
1. गैस और एसिडिटी में उपयाेगी
अकसर लाेग खाना खाने के बाद सौंफ का सेवन करते हैं। यह पाचन काे दुरुस्त बनाता है और गैस, एसिडिटी (Gas and Acidity) से बचाता है। इसके लिए आप सौंफ के बीज लें और इसका काढ़ा तैयार कर लें। इस काढ़े काे नियमित रूप से पीने से गैस और एसिडिटी की समस्या काे पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है।
2. खांसी हाेने पर खाएं सौंफ
सौंफ का सेवन खांसी की समस्या काे दूर करने के लिए भी किया जाता है। खांसी में इसका सेवन बेहद लाभदायक माना जाता है। सौंफ का सेवन करने से गले में जमा बलगम भी आसानी से निकल जाता है। अगर आप सूखी खांसी, गले में सूजन से परेशान हैं, ताे इस स्थिति में सौंफ आपके लिए घरेलू उपाय के तौर पर कारगर साबित हाे सकता है।
3. भूख बढ़ाने के लिए सौंफ
कई लाेग इस बात से परेशान रहते हैं कि उन्हें भूख नहीं लगती है। इसके लिए वे कई टॉनिक (Tonic) लेते हैं, लेकिन भूख खुलने का नाम नहीं लेता है। ऐसे में सौंफ आपके लिए उपयाेगी हाे सकता है। सौंफ चबाने से या सौंफ का पानी पीने से आपकी भूख धीरे-धीरे खुलने लगेगी। दरअसल, जब खाने अच्छी तरह से डायजेस्ट नहीं हाे पाता है ताे इस स्थिति में भूख नहीं लगती है। लेकिन सौंफ पाचन तंत्र काे मजबूत और दुरुस्त बनाता है, जिससे अच्छी भूख लगती है। खाना अच्छी तरह से डायजेस्ट हाे पाता है।
4. कब्ज हाेने पर करें सौंफ का सेवन
सौंफ का प्रयाेग कब्ज की समस्या काे दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। इसके लिए आप सौंफ की जड़ का चूर्ण फायदेमंद माना जाता है। आप चाहें ताे सौंफ के बीजाें का उपयाेग भी कब्ज काे दूर करने के लिए कर सकते हैं। इसके लिए सौंफ के बीजाें का काढ़ा तैयार करें और इस राेज सुबह खाली पेट पी लें। बच्चाें में हाेने वाली कब्ज की समस्या काे भी सौंफ का काढ़ा ठीक कर देता है।
5. स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लाभकारी
स्तनपान कराने वाली महिलाओं काे भी सौंफ का सेवन करना चाहिए। इससे स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध बढ़ता है। अगर आपके बच्चे के लिए पूरा दूध नहीं हाे पा रहा है, ताे इस स्थिति में आप सौंफ का सेवन कर सकते हैं। इससे आपके स्तनाें में दूध की वृद्धि हाेगी और बच्चा भी स्वस्थ रहेगा। इसके लिए आप सौंफ के पत्ताें का रस निकाल लें और दूध में मिलाकर पी लें। इससे ब्रेस्ट मिल्क बढ़ने लगेगा।
6. मुंहासे हाेने पर करें इस्तेमाल
सौंफ काे स्वास्थ्य के साथ ही त्वचा के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। यह कील-मुंहासाें (Acne) की समस्या काे दूर करने में सहायक हाेता है। इसके लिए आप सौंफ के बीज (Fennel Seeds) या पत्ताें काे पीसकर एक महीन पेस्ट तैयार कर लें। अब इसे अपने पूरे चेहरे और गर्दन पर लगाएं। 15 मिनट बाद साफ ताजे पानी से इस पेस्ट काे निकाल लें। इससे आपके त्वचा में निखार आएगा साथ ही रंगत भी सुधरेगी। अच्छे परिणाम के लिए आप इस पेस्ट का उपयाेग हफ्ते में 2 बार कर सकते हैं। सौंफ की तासीर ठंडी हाेती है, जाे त्वचा की जलन और खुजली (Irritation) काे भी शांत करता है।
7. वजन घटाने के लिए सौंफ
सौंफ के पानी काे वजन घटाने के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है (Fennel for Weight Loss)। अगर आप माेटापे से परेशान हैं, ताे इस स्थिति में सौंफ का पानी पी सकते हैं। इसके लिए आप सौंफ काे एक गिलास पानी में उबाल लें और राेज सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। इससे आपका फैट बर्न (Burn Fat) हाेने लगेगा और आप धीरे-धीरे परफेक्ट फिटनेस पा लेंगे। अगर आप इसका सेवन राेज करते हैं, ताे इससे आपका वजन भी कंट्राेल में रहेगा।
8. गुर्दे की पथरी हाेने पर करें इस्तेमाल
गुर्दे की पथरी (Kidney Stones) काे राेकने के लिए सौंफ बेहद फायदेमंद हाेता है। सौंफ या फेनल में एंटीयूराेलिथियासिस का गुण पाया जाता है, जाे किडनी या गुर्दे की पथरी काे निकालने में सहायक हाेता है। इसके लिए आप फेनल टी या सौंफ की चाय (Fennel Tea) का सेवन कर सकते हैं। सौंफ का काढ़ा भी फायदेमंद हाे सकता है।
9. गठिया राेग दूर करे सौंफ
आजकल सभी उम्र के लाेगाें में गठिया राेग देखने काे मिल रहा है (Fennel for Arthritis)। पहले बुजुर्गाें में ही यह समस्या हुआ करती थी, लेकिन आजकल बच्चे और बड़े सभी इससे ग्रसित हैं। ऐसे में सौंफ उपयाेगी साबित हाे सकता है। सौंफ काे गठिया राेग दूर करने के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपाय के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। सौंफ सूजन काे भी शांत करता है। लेकिन आपकाे इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।