जानिये क्या है Dhanteras 2019 और इसका महत्व
नई दिल्ली : दिवाली का शुभ त्यौहार आने में अब ज़्यादा वक़्त नहीं बचा है। दिवाली का त्यौहार 5 दिन चलता है और भाई दूज के दिन खत्म होता है। वही इन त्योहारों में से धनतेरस को लेकर लोगों में ख़ासा उत्साह देखने को मिलता है, लिहाज़ा बाज़ारों में भी रौनक देखने को मिलती है। दिवाली की खरीददारी के लिए रोज़ लोग बाज़ारों में उमड़े रहते हैं। ऐसे में आज कल दुकानों में भरी डिस्काउंट भी चल रहा है। वहीं दिवाली के 2 दिन पहले Dhanteras मनाया जाता है, जिसको लेकर लोग खरीददारी करते हैं।
घर के लिए या फिर खुद के लिए खरीदारी करना शुभ
धनतेरस के दिन घर के लिए या फिर खुद के लिए खरीदारी करना शुभ माना जाता है। कहा ये जाता है कि इससे साल भर घर में आर्थिक स्थिति सही रहती है। धनतेरस पर वैसे तो तांबे या पीतल के बर्तनों और सोने-चांदी आभूषणों को खरीदना शुव्इह माना जाता है, लेकिन लेक्ट्रॉनिक चीज़ों का भी खरीदा जाना शुभ माना जाता है। इस शुभ दिन माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है, और साथ ही साथ भगवान कुबेर की भी पूजा की जाती है, ताकि घर की आर्थिक स्थिति साल भर अच्छी बनी रहे।
वहीं इस शुभ दिन पर साबुत धनिया खरीदने पर घर में सुख-शांति बानी रहती है। घर के लिए झाड़ू ली जाती है ताकि घर के सभी संकट दूर रह सके। लोग जितनी भी चीज़ें धनतेरस के दिन लेते हैं, सभी की पूजा भी करते हैं। ये शुभ दिन इस साल 25 अक्टूबर को मनाया जायगा। दिवाली इस बार 27 अक्टूबर को मनाया जाना है, ऐसे में धनतेरस का त्यौहार दिवाली से दो दिन पहले मनाया जायेगा।
धनतेरस का पौराणिक महत्व
धनतेरस के बारे में शास्त्रों में बताया गया है कि कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान धनवंतरी सागर मंथन से प्रकट हुए थे, इसलिए इसी दिन धनतेरस मनाया जाना चाहिए। लेकिन समस्या यह है कि त्रयोदशी तिथि दो दिन है। इस तरह की स्थिति आने पर शास्त्रों में बताए गए नियम के अनुसार जिस दिन शाम के समय त्रयोदशी यानी प्रदोष काल में त्रयोदशी हो उसी दिन धनतेरस की पूजा होनी चाहिए। इसी नियम की वजह से इस साल 25 अक्टूबर शुक्रवार को धनत्रयोदशी यानी धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा।
धनतेरस की पूजा विधि
धनवंतरी महाराज की पूजा के पहले इस दिन घर के मुख्य द्वार पर एक कौड़ी रखकर एक दीप प्रकाशित करना चाहिए। इसके बाद एक दीप घर के बाहर या छत पर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके रखना चाहिए। इसके बाद भगवान धनवंतरी की पूजा करनी चाहिए। इनसे प्रार्थना करें कि आपके घर में धन संपत्ति की वृद्धि हो और धन में ठहराव हो यानी बरकत रहे।