PM मोदी की Cyclone Amphan को लेकर MHA और NDMA के साथ बैठक आज
Cyclone Amphan की भयावहता को देखते हुए आज प्रधानमंत्री आज शाम 4 बजे गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। ओडिशा में आफत के रूप में Cyclone Amphan तूफान दस्तक देने को तैयार है। ऐसे में , भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि बंगाल की दक्षिण खाड़ी के मध्य भागों में बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान अम्फान अगले 6 घंटों में तेजी लाने वाला है। इसके अलावा ओडिसा के मुख्यमंत्री ने भी अलर्ट किया है कि आने वाले घंटे ओडिसा वासियों के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
तेज़ी से बढ़ रहा चक्रवाती तूफ़ान Amphan ,इन राज्यों के लिए बन सकता है ख़तरा
बंगाल की खाड़ी में उठ रहे तूफान अम्फान (Amphan) आने वाले कुछ घंटों में कई राज्यों के लिए भयावह बन सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि ,इस समय देश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव है। नतीजा , देश के पहाड़ी क्षेत्रों जैसे, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के साथ ही पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मौसम बिगड़ सकता है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और पड़ोसी क्षेत्रों से उठा चक्रवाती तूफान अम्फान अगले 12 घंटे में खतरनाक रूप ले सकता है।
200 किलोमीटर प्रति घंटा से चलेंगी हवा की रफ्तार
भयंकर अम्फान तूफान, आनेवाले दिनों में कितना घातक रूप ले सकता है इसका अंदाजा इसकी रफ्तार से लगाएं। बताया जा रहा है कि 19 मई तक इसकी रफ्तार 200 किलोमीटर प्रति घंटा की हो सकती है। इसकी वजह से ओडिशा, बंगाल में दो दिनों तक भारी बारिश भी होगी। 20 मई तक यह दोनों राज्यों को पार करेगा। चक्रवाती तूफान की गति और क्षमता को देखते हुए राज्य सरकार ने आज दिन में केन्द्र सरकार से अनुरोध किया कि वह अम्फान के रास्ते से होकर गुजरने वाली सभी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को अस्थाई रूप से स्थगित कर दे।
चक्रवाती तूफान को लेकर नौसेना अलर्ट
चक्रवाती तूफ़ान को देखते हुए पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) भी अलर्ट हो गई है। विशाखापट्टनम में भारतीय नौसेना के जहाज अलर्ट मोड में हैं। वे मेडिकल सर्विस और लोगों की हर प्रकार की मदद के लिए तैनात हैं। इन जहाजों में अतिरिक्त गोताखोर, डॉक्टर और राहत सामग्री तैयार है।इस व्यवस्था में खाने के सामान, तम्बू, कपड़े, दवाएं, कंबल आदि पर्याप्त मात्रा में शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बचाव और राहत प्रयासों को बढ़ाने के लिए जेमिनी बोट्स और मेडिकल टीमों के साथ बचाव दल भी तैयार हैं।
भयावह रुप धारण करता जा रहा
बंगाल के तटीय क्षेत्र के जिलों में मौसम बेहद खराब हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवात भयावह रुप धारण करता जा रहा है। इसके पहले बंगाल की खाड़ी में उत्तर और उत्तर-पश्चिम और फिर उत्तर और उत्तर-पूर्व में कदम रखने के अनुमान है। जिसके कारन , सोमवार से बुधवार तक बंगाल के तटीय जिलों में मौसम बेहद खराब रह सकता है।ओडिशा के बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, पुरी, जगतसिंहपुर, जाजपुर और मयूरभंज जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 10 टीमें तैनात की गई हैं। 7 टीमें कटक में 3 एनडीआरएफ बीएन मुंडाली में हैं।
सरकार अलर्ट
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ), सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक बल को सतर्क किया गया है और राज्य सरकार के अधिकारियों से समन्वय करने को कहा गया है। गृह, रक्षा मंत्रालयों के साथ-साथ भारतीय मौसम विभाग और एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया। राज्य सरकारों के मुख्य सचिवों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बैठक में हिस्सा लिया।
इन क्षेत्रों में भारी चक्रवाती तूफान
अगले छह घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान में गंभीर औऱ तेजी आने की संभावना है और 12 घंटे के दौरान बहुत भयंकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। यह सोमवार तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है और फिर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में उत्तर-पूर्व की ओर फिर से बढ़ेगा। दिल्ली व आस-पास के कई हिस्सों में धूल भरी हवा के साथ बारिश की संभावना जताई है।
इन क्षेत्रों में भारी
मौसम विभाग के अनुसार, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में आज और कल वहीं तटीय ओडिशा के कुछ हिस्सों में मंगलवार को तथा पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानों पर अगले हफ्ते बुधवार को भारी बारिश की संभावना है। वहीं शुक्रवार और शनिवार को दिल्ली व आस-पास के कई हिस्सों में धूल भरी हवा के साथ बारिश की संभावना जताई है।
मछुआरों को भी किया सतर्क
मौसम के इस बगड़ाते हालात को देखते हुए आईएमडी ने मछुवारों के लिए भी निर्देश दिया है कि “तमाम तटों के लिए मछुआरों को भी सतर्क किया है और कहा है कि जो लोग इन क्षेत्रों में समुद्र तट से बाहर हैं उन्हें कल तक तटों पर लौटने की सलाह दी जाती है। आगे के लिए भी उन्हे आगाह किया गया है। मछुआरों को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण और सेंट्रल इलाके के समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है। साथ ही जो मछुआरे समुद्र के इन इलाकों में गए हैं, उन्हें भी तुरंत वापस लौट आने के निर्देश दिए गए हैं”