नई दिल्ली। विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और धार्मिक प्रयागराज में आज मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर कुंभ का दूसरा शाही स्नान है। बताया जा रहा है करीब 50 साल बाद ऐसा शुभ मुहूर्त आया है जब मौनी अमावस्या सोमवती अमावस्या महोदय योग का संयोग बना है। इस शाही स्नान में महादेव की नगरी प्रयागराज में कल से जनसैलाब उमड़ पड़ा है। भारत से ही नहीं विदेशों से भी शिवभक्त स्नान के लिए प्रयागराज पहुंच चुके हैं।
आपको बता दें कि कल देर रात से ही मां गंगा के पावन संगम पर शिवभक्तों ने शुभमुहूर्त शुरू होते ही हर-हर महादेव, हर-हर गंगे के जयनारे लगाते हुए डुबकी लगाई। एक ओर जहां ठंड ने अपना प्रकोप फैला रखा वहीं दूसरी और आस्था से परिपूर्ण महादेव के भक्तों ने अपनी अराधना का परिणाम दिया और ये साबित कर दिया कि वह शिव के कितने बड़े भक्त हैं। संगम पर भीड़ का हुजूम उमड़ पड़ा है, ये उम्मीद लगाई जा रही है कि इस बार शाही स्नान में करीब 2 करोड़ के लोग पहुंचे हैं।
हेलिकॉप्टर से पुष्प की बरसात
इस शाही स्नान में 13 अखाड़ों के साधु-संतों ने भी संगम पर डुबकी लगाई। मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए योगी सरकार ने सुरक्षा के कड़े इतजाम के साथ विशेष प्रबंध भी किये हुए हैं। हर बार की तरह इस बार राज्य की योगी सरकार ने कुंभ में शिवभक्तों पर हेलिकॉप्टर से पुष्प की बरसात करायी गई। संगम में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं में महादेव का जबरदस्त जोश देखने को मिला।
मौनी अमावस्या/सोमवती अमावस्या
मौनी अमावस्या का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि संगम का जल मौनी अमावस्या पर अमृत के समान हो जाता है। सोमवार को मौनी अमावस्या पड़ रही है। इसलिये इसे सोमवती अमावस्या भी कहा जा रहा है जिसमें स्नान करने मात्र से ही पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।