क्या इस साल नवविवाहित महिलाओं का करवाचौथ व्रत रखना रहेगा सही?
Karwa Chauth: इस साल के करवाचौथ मौके पर शुक्र और बृहस्पति अस्त हो रहे हैं, जिसके चलते कई नवविवाहित महिलायें और पहले से ही शादीशुदा महिलायें व्रत रखने को लेके भ्रम में थीं। हिन्दू धर्म के ज्यातिष शास्त्र के अनुसार कोई भी व्रत उद्या तिथि के आधार पर ही निर्धारित होता है। इस साल करवाचौथ के पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 4:08 से शाम के 5:50 बजे तक रहेगा। महिलायें दिन के अभिजीत मुहूर्त में भी पूजा कर सकतीं हैं, यह मुहूर्त सुबह 11:21 से दोपहर के 12:07 तक रहेगा। इस साल नवविवाहित महिलायें करवाचौथ व्रत को आरम्भ कर सकतीं हैं, क्योंकि शुक्र के अस्त होने से व्रत को रखने की बात का कोई आधार नही है, नवविवाहित महिलायें बिना किसी संकोच के इस व्रत को कर सकती हैं। इस बार करवाचौथ पर चांद रात्री 8:09 बजे से निकलना शुरु होगा।
करवाचौथ के उद्यापन पर नही रहेगा शुक्र और बृहस्पति का असर
Karwa Chauth: कई महिलायें लगातार 16 साल व्रत रखने के बाद उद्यापन कर देती हैं, लेकिन पंडित जगन्नाथ गुरूजी के अनुसार कई लोग जीवन भर हर साल करवाचौथ पर उद्यापन करतीं हैं, क्योंकि करवा चौथ का संबंध चंद्रमा से है इस पर शुक्र के अस्त होने से कोई असर नहीं होगा।
शुक्र का अस्त होना कितना शुभ और अशुभ
Karwa Chauth: शास्त्रों के अनुसार, जब शुक्र अस्त होता है, तो इसका असर सभी प्रकार के मांगलिक और शुभ कार्यों में जरूर पड़ता है, क्योंकि शुक्र की स्थिति के हिसाब से ही कई मुहूर्त की गणना की जाती है, लेकिन इसका करवाचौथ पर कोई असर नही रहेगा, क्योंकि करवाचौथ चंद्रमा से संबंधित होता है।अगर आप भी इस बार उद्यापन करने की सोच रही हैं, तो कर सकती है।