नई दिल्ली: नेपाल की धरती हमेशा ही शिवभक्तों को बुलाती रही है और दुनियाभर से भोलेनाथ के भक्त बाबा पशुपतिनाथ के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। अब तक ये सवाल ही बना था कि आखिर करोड़ों भक्तों की श्रद्धा से भगवान का खज़ाना कितना भरा क्योंकि पशुपतिनाथ की संपत्ति अब तक रहस्य ही थी, लेकिन अब मंदिर ट्रस्ट ने संपत्ति का खुलासा कर दिया है।
दुनिया खासकर भारत में मंदिर की आय और उनका विशाल रत्न भंडार हमेशा से ही लोगों को लुभाता रहा है। फिर पशुपतिनाथ मंदिर की तो गिनती भी अमीर मंदिरों में होती रही है। ये और बात है कि अब तक किसी को भी ये खबर नहीं थी कि आखिर यहां बाबा पशुपतिनाथ के खजाने में क्या क्या है। हालांकि यहां हर दिन हजारों नेपाली और भारतीय नागरिक अपनी श्रद्धानुसार पैसे, सोना और चांदी का चढ़ावा चढ़ाते हैं। अब पशुपतिनाथ मंदिर ने भी पहली बार अपनी संपत्ति घोषित कर दी है।
56 सालों में इतना हुआ चढ़ावा
मंदिर के शासी निकाय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 56 सालों में चढ़ावे के रूप मंदिर के खजाने में नकद 1.29 अरब रुपये जमा हुए। इसके अलावा संपत्ति के रूप में मंदिर के पास 9.276 किलोग्राम सोना और 316 किलोग्राम चांदी है। मंदिर ट्रस्ट के नाम 186 हेक्टेयर जमीन भी है। साल 2011-18 के दौरान श्रद्धालुओं से करीब 1.044 किलो सोना और 198 किलो चांदी संग्रहित हुए।
आपको बता दें कि नेपाल के सबसे धनी मंदिर का स्वामित्व रखने वाली पशुपति एरिया डेवलपमेंट ट्रस्ट ने संपत्ति आकलन के लिए 2017 में मिलन कुमार थापा की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति का गठन किया था। जिसने 1962 से लेकर 2018 तक की अवधि के दौरान मिले सोने व चांदी का जिक्र किया है। समिति के मुताबिक, 1962 से पहले की आय का कोई लेखा जोखा उपलब्ध नहीं है।
पशुपतिनाथ मंदिर को भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ का आधा भाग कहा जाता है। ये मंदिर काठमांडू के पास देवपाटन गांव में बागमती नदी के किनारे स्थित है। मंदिर में भगवान शिव की एक पांच मुंह वाली मूर्ति है। पशुपतिनाथ विग्रह में चारों दिशाओं में एक मुख और एकमुख ऊपर की ओर है। कहा जाता है कि पशुपतिनाथ मंदिर का ज्योतिर्लिंग पारस पत्थर के समान है। यूं तो ये साफ है कि मंदिर का इतिहास कितना पुराना है लेकिन मंदिर की महिमा बेहद ही बड़ी है। जिसपर शिवभक्तों की पूरी आस्था है। हालांकि स्थानीय लोगों की माने तो यह मंदिर परिसर 400 ईसा पूर्व से विद्यमान है। अब पशुपतिनाथ मंदिर भी दुनिया के दूसरे अमीर देवस्थानों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है।