जनतंत्र डेस्क Hardik Pandya: भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने मुंबई एयरपोर्ट पर घड़ी जब्त किए जाने के विवाद पर सफाई दी है। मंगलवार सुबह हार्दिक पंड्या द्वारा ट्वीट कर बताया गया कि जब वह दुबई से वापस आ रहे थे, तब उन्होंने खुद ही जाकर कस्टम के अधिकारियों को अपनी घड़ी सौंपी थी। हार्दिक ने सभी तरह के आरोपों को नकारते हुए कस्टम के अधिकारियों को जरुरी कागज सौंपने की बात कही है। साथ ही उन्होंने साफ किया कि घड़ी की कीमत 5 करोड़ रुपये नहीं है, जैसा दावा सोशल मीडिया पर किया जा रहा है बल्कि 1.5 करोड़ रुपये है।
Hardik Pandya: क्या है मामला
दरअसल, ICC टूर्नामेंट के बाद टीम इंडिया स्वदेश लौट आई है। टीम के साथ हार्दिक पांड्या भी रविवार देर रात स्वदेश लौटे थे। लेकिन इसी दौरान कस्टम विभाग के अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया और दो घड़ियों को डिटेन किया। इन घड़ियों की कीमत 5-5 करोड़ की बताई जा रही है। जिसके बाद कस्टम विभाग के अधिकारियों ने इन्हें जब्त कर लिया। कस्टम के अधिकारियों का कहना है कि, हार्दिक पांड्या के पास इन घड़ियों के इनवॉइस नहीं थे और न ही इन घड़ियों को उन्होंने डिक्लेयर किया था।
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साल 2020 में भी हार्दिक पंड्या के भाई और क्रिकेटर क्रुणाल पंड्या के पास से विदेशी घड़ियां इसी तरह एयरपोर्ट पर जब्त की गई थीं। गौरतलब है कि अगर आप विदेश से कोई भी सामान खरीद कर लाते हैं, तो आपको उसकी कस्टम ड्यूटी भरनी होती है। बाहर से आने पर एयरपोर्ट पर ही उस सामान से जुड़ी सभी जानकारी देनी होती है, जिसमें उनके बिल और अन्य सभी चीजे शामिल होती हैं। इन्हीं आधार पर कस्टम ड्यूटी तय की जाती है।