जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: पिछले दिनों ही इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कप्तान स्टोक्स ने वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी और उनके इस फैसले ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों के वर्कलोड पर बहस को शुरु कर दिया है
बढ़ रहा है खिलाड़ियों का वर्कलोड
दरअसल, कोरोना महामारी के चलते कई क्रिकेट टूर्नामेंट स्थगित और रद्द हुए थे और यहीं से वर्कलोड की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है। बायो बबल में महीनों तक रहने के बाद खिलाड़ी थक जाते थे और उन्हें आराम की जरूरत होती थी। अब बायो बबल को खत्म कर दिया गया है, लेकिन वर्कलोड की समस्या बनी हुई है। हफ्ते भर में खिलाड़ियों को तीन या चार मैच खेलने पड़ जाते हैं। कई मौकों पर दो दिन लगातार T20 मैच रख दिए जाते हैं। ऐसे में खिलाड़ियों का वर्कलोड बढ़ रहा है।
खिलाड़ियों को कार की तरह समझना बंद करें – बेन स्टोक्स
जानकारी के अनुसार, बेन स्टोक्स ने भी इसी वजह से संन्यास लिया है। उन्होंने संन्यास लेते हुए कहा कि उनके लिए तीनों फॉर्मेट खेलना मुश्किल हो रहा है। बाद में उन्होंने कहा कि क्रिकेट संस्थाओं को खिलाड़ियों को कार की तरह समझना बंद करना चाहिए। जिनके अंदर तेल भरा जाए और वो चलते रहें और एक जैसा प्रदर्शन करें।
तीनों फॉर्मेट में खेलने वाले अकेले खिलाड़ी हैं – jonny bairstow
गौरतलब है कि बेन स्टोक्स के वनडे क्रिकेट से संन्यास लेन के बाद Jonny Bairstow इंग्लैंड के लिए तीनों फॉर्मेट खेलने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। हालांकि, उनका कहना है कि वो जब तक संभव है तब तक तीनों फॉर्मेट खेलते रहेंगे।
हमारे सामने चुनोतियां हैं – jonny bairstow
Jonny Bairstow ने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह अच्छा है या बुरा कि मैं तीनों फॉर्मेट खेलने वाले आखिरी खिलाड़ियों में से एक हूं। लेकिन इसमें स्वाभाविक रूप से चुनौतियां हैं, हमने समय के साथ इसे देखा है। हमें इस साल गर्मी में केवल टेस्ट सीरीज पर ध्यान देना था, उसी समय वनडे टीम नीदरलैंड में खेल रही थी। आगे भी पाकिस्तान के साथ सात T20 मैच हैं और टेस्ट मैच भी साथ ही हैं। T20 विश्व कप के बाद भी सीधे ऑस्ट्रेलिया में एशेज खेलने जाना है। इसकी तैयारी के लिए सिर्फ एक हफ्ते का समय है।
स्टोक्स की बात में दम – jonny bairstow
Jonny Bairstow ने आगे कहा – मैं जब तक संभव हो तब तक तीनों फॉर्मेट में खेलने की कोशिश करूंगा। एक समय ऐसा भी आ सकता है जब आपको अलग-अलग कारणों से निर्णय लेना पड़ता है, लेकिन यह जीवन और क्रिकेट का अभिन्न अंग है। मैं आने वाले समय में तीनों फॉर्मेट खेलना चाहता हूं। मुझे सभी फॉर्मेट पसंद हैं लेकिन स्टोक्स की बात में दम है। पहले एक के बाद एक मैच होते थे और तैयारी के लिए भी समय होता था, लेकिन अब लगातार मैच हो रहे हैं।”