BCCI में ‘दादागिरी’ – Saurav Ganguly होंगे नए अध्यक्ष
नई दिल्ली : क्रिकेट के दादा कहे जाने वाले सौरव गांगुली के BCCI अध्यक्ष बनने की खबर के बाद उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं BCCI में तब शामिल हो रहा हूँ, जब BCCI की छवि सही नहीं है ,यह एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है और चुनौती है। गांगुली ने कहा कि ये मेरे लिए एक सुनहरा मौका भी है कि BCCI के ऐसे वक़्त में मुझे मौका मिल रहा है, कुछ करने का। भारतीय क्रिकेट टीम पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने 18,000 रन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बनाए हैं।
सौरव ने अपने खेलने के अंदाज़ से सभी को अपने क्रिकेट का दीवाना बनाया था। सौरव को बंगाल में (बड़े भाई) के नाम से जाना जाता है। दादा ने अपने क्रिकेट की शुरुआत स्कूल वक़्त से ही कर दी थी। सन 2000 में सचिन के तबियत ख़राब होने और कुछ खिलाडी के मैच फिक्सिंग करने की वजह से सौरव को कप्तानी मिली थी, जिसके बाद उन्होंने टीम को 2003 के वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचाया था।
कुछ वक़्त के बाद सौरव के ख़राब प्रदर्शन के चलते उनको टीम से निकल दिया गया। 2004 में सौरव को पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया था। कुछ वक़्त बाद सौरव ने टीम में फिर वापसी की और अपने दमदार खेल से सभी का दिल जीत लिया। 2008 में सौरव ने (KKR) के कप्तान बने और फिर ठीक उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ खेलने के साथ ही क्रिकेट को अलविदा कह दिया। सौरव अब BCCI की ख़राब छवि को सुधार पाते हैं या नहीं ? ये देखने वाले बात होगी।