नमिता] Summer Health: गर्मियों के मौसम की शुरुआत हो चुकी है, देश के राज्यों में में तपिश पड़ने लगी। ये मौसम सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।धीरे-धीरे बढ़ता पारा कई खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ा रहा है, इसलिए सेहत का ध्यान रखना बेहद जरुरी हो गया है।हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि गर्मियों में सबसे बड़ी समस्या डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी की है। इसकी वजह से हार्ट का फंक्शन बिगड़ सकता है और हार्ट अटैक का कारण बन सकता है, जो जानलेवा भी हो सकता है। इसके साथ ही इस मौसम में थकान, कमजोरी, बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
गर्मी में इन बीमारियों का भी खतरा
हार्ट अटैक का खतरा
गर्मी के मौसम में बढ़ा हुआ तापमान कार्डियोवेस्कुलर सिस्टम पर एक्स्ट्रा दबाव डालता है, जिससे दिल के दौरे के खतरे का खतरा बढ़ सकता है। लंबे समय तक हाई टेम्परेचर में रहने से शरीर को अंदर के तापमान को नियंत्रित करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हार्ट रेट बढ़ जाती है और गर्मी को खत्म करने के लिए त्वचा में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है। इसके चलते स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।
आंखों का इंफेक्शन
गर्मी के मौसम में जो लू चलती है, वो आंखों की सेहत के लिए भी ठीक नहीं होती है। उससे इंफेक्शन का खतरा रहता है। यहां तक की तेज धूप से आंखों की कई खतरनाक समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए जब भी धूप में बाहर निकलें तो आंखों को बचाने के लिए चश्मा लगाएं। दिन में तीन से चार बार आंखों को ठंडे पानी से धोएं।
टाइफाइड
गर्मियों में टाइफाइड की समस्या हो सकती है. बच्चों में इसके ज्यादा मामले देखने को मिलते हैं। ये बीमारी भी खानपान के कारण ही होती है।इस बीमारी में बुखार, सिरदर्द, उल्टी, दस्त और थकान जैसी समस्याएं होती हैं। कुछ समय में टाइफाइड के केस बढ़े भी हैं। ऐसे में स्ट्रीट फूड और बासी खाने से बचना चाहिए।
फ़ूड पॉइज़निंग
डॉक्टर के मुताबिक, गर्मियों में पेट खराब, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इसका कारण फूड पॉइजनिंग होता है, चूंकि इस मौसम में खाना जल्दी खराब होता है और उनमें बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं, जिन्हें खाने से फूड पॉइजनिंग होती है। इसलिए बहुत देर तक रखा खाना न खाएं, स्ट्रीट फूड से भी बचें।