लखनऊ- उत्तर प्रदेश की दो बड़ी पार्टियां समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन टूटने की खबर सामने आ रही है। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार, बसपा सुप्रीमो मायावती लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद समीक्षा बैठक, जिसमें उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में बसपा को गठबंधन से कोई फायदा नहीं हुआ है। गठबंधन की समीक्षा की जा रही है। मायावती ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अखिलेश यादव यादव वोटर्स बसपा की तरफ ट्रांसफर नहीं कर पाए, उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश यादव वोटों का बंटवारा नहीं रोक पाए।
अपर्णा यादव का मायावती पर तंज
मायावती के रुख के मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा ने ट्वीट कर बसपा सुप्रीमो पर तंज कसा है। बहू अपर्णा ने ट्वीट कर कहा कि समाजवादी पार्टी के मायावती जी का रुख देखकर बड़ा दुख हुआ। उन्होंने आगे कहा कि शास्त्र में कहा गया है, जो सम्मान पचाना नहीं जानता वो अपमान भी नहीं पचा पाता है।
बहुत दुःख हुआ जानकर आज #Mayawati ji का रूख #SamajwadiParty के लिए शास्त्र में कहा गया है जो सम्मान पचाना नहीं जानता वो अपमान भी नहीं पचा पाता।
— Aparna Bisht Yadav (@aparnabisht7) June 3, 2019
बुआ-बबुआ की जोड़ी में दरार!
बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी और बीएसपी ने सालों पुरानी सियासी दुश्मनी को भुलाकर हाथ मिलाया और साइकिल की सवारी पर हाथी सवार हो गया। सपा और बसपा के इस गठबंधन में आरएलडी भी शामिल हुई, लेकिन सपा, बसपा और आरएलडी मिलकर मोदी लहर के सामने सपा और बसपा का गठबंधन ध्वस्त हो गया। मोदी लहर में एनडीए ने यूपी में 64 सीटों पर कब्जा जमाया। वहीं, सपा ने पांच और बीएसपी ने दस सीटों पर जीत दर्ज की।
इतनी सीटों पर लड़ी थी सपा-बसपा
बताते चले कि लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर बीएसपी 38, सपा 37 और आरएलडी ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था। जबकि दो सीटें(अमेठी और रायबरेली) कांग्रेस के लिए छोड़ दी गई थी।