नई दिल्ली: राजधानी में पढ़ने वाले स्कूली छात्रों के लिए ख़ुशी की बात अब यूपी, हरियाणा समेत देश भर के विभिन्न राज्यों की सरकारों द्वारा 9वीं से लेकर 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए स्कूलों को खोले जाने के बाद अब दिल्ली सरकार ने भी स्कूलों को 18 जनवरी 2021 से खोले जाने की छूट दे दी है। एक प्रेस वार्ता के मुताबिक राजधानी के सरकारी स्कूलों, वित्तीय सहायता प्राप्त विद्यालयों और निजी स्कूलों को कक्षा 10 और कक्षा 12 के छात्र-छात्राओं को बुलाने की छूट राज्य सरकार द्वारा दे दी गयी है।
पैरेट्स की लिखित सहमित लानी होगी-
इन कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को आगामी बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए प्री-बोर्ड की तैयारियों और साथ ही प्रैक्टिकल कार्यों के लिए बुलाया जा सकेगा। हालांकि, दिल्ली सरकार ने स्कूलों को इन कक्षाओं को बुलाने को वैकल्पिक रखा गया है और इन स्टूडेंट्स को सिर्फ अटेडेंस के लिए नहीं बुलाया जाना चाहिए। साथ ही, इन कक्षाओं के स्टूडेंट्स को भेजना उनके पैरेंट्स के लिए ऑप्शनल रखा गया है, लेकिन यदि स्टूडेंट्स स्कूल अटेंड करते हों तो उन्हें पैरेट्स की लिखित सहमित साथ लानी होगी।

दिल्ली सरकार की एसओपी क्या है?-
एसओपी के अनुसार, स्कूल कैंपस में कोरोना के लक्षण वाले किसी बच्चे/स्टाफ को आने की इजाजत नहीं होगी। एंट्री गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य होगी। स्कूल के एंट्रेस, क्लासरूम, लैब्स और पब्लिक यूटिलिटी वाली जगहों पर हैंड सैनिटाइजेशन का इंतजाम अनिवार्य है। केवल कंटेनमेंट जोन के बाहर केू स्कूल ही खुलेंगे। इसके अलावा, कंटेनमेंट जोन में रहने वाला कोई भी शख्स स्कूल नहीं आ सकेगा। क्लासेज और लैब्स में इंतजाम इस तरह से करना होगा कि कोविड की गाइडलाइन टूटने न पाए। स्टाफ को भी टाइम टेबल के हिसाब से बुलाया जा सकता है।
दिल्ली में CBSE बोर्ड परीक्षाओं व प्रैक्टिकल के मद्देनज़र 10वीं और 12 वीं क्लास के लिए 18 जनवरी से प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट, काउंसिलिंग आदि के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी जा रही है. अभिभावकों की सहमति से ही बच्चों को बुलाया जा सकेगा. बच्चों को आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा.
— Manish Sisodia (@msisodia) January 13, 2021
कोविड वैक्सीन के इंतजार में थी सरकार-
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने पहले ही कहा था कि राजधानी में तब तक स्कूलों को नहीं खोला जाएगा, जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती। केंद्र सरकार ने 3 जनवरी, 2021 को कोरोना वायरस की दो वैक्सीन को इमर्जेंसी यूज की मंजूरी दी थी। इसी के बाद, 6 जून को सिसोदिया ने कहा था कि गसरकार इस बात पर विचार कर रही है कि राष्ट्रीय राजधानी में फिर से स्कूलों को जल्दी कैसे खोला जाए। चूंकि बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों का ऐलान भी हो चुका था, ऐसे में कक्षा 10 और 12 के स्कूल खुलना लगभग तय माना जा रहा था।