जनतंत्र डेस्क, अम्रतसर: गुरुवार को नवजोत सिंह सिद्धू को रोडरेज मामले में जेल की सजा सुनाई गयी। जेल जाने के बाद पहली बार नवजोत कौर सिद्धू ने पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा कि मेरे पति को जो बीमारी है वो बेहद गंभीर है और उन्हें उचित इलाज की सुविधाएं और विशेष आहार देने की जरुरत है।
नवजोत कौर सिद्धू का कहना है कि जेल में बंद होने के बाद से उनकी अपने पति से कोई बात नहीं हुई है। साथ ही उन्होंने कहा कि पहली बार जब नवजोत बीमार हुए थे तब उनका खून का क्लॉट फेफड़ों तक पहुंच गया था और वह बेहोश हो गए थे।
आपको बता दें साल 1988 में पटियाला के शेरावाले गेट की मार्केट में कार पार्किंग को लेकर उनकी 65 साल के बुजुर्ग गुरनाम सिंह से हाथापाई हो गई थी। जिसमें सिद्धू ने घुटना मारकर गुरनाम सिंह को जमीन पर गिरा दिया था। तुरंत उन्हें पास ही के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
बता दें कि रिपोर्ट के अनुसार उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। हालांकि उसी दिन सिद्धू और उनके दोस्त रूपिंदर पर कोतवाली थाने में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज हुआ था। लेकिन केस को खारिज कर दिया गया था। पर आखिरकार 3 दशक के बाद नवजोत कौर सिद्धू को 1 साल जेल की सजा हो गई है।