नई दिल्ली: सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Aditynath) ने बुधवार को कोरोना के रोकथाम के लिए गठित टीम-9 के साथ बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की और जरूरी दिशा निर्देश दिए। CM योगी ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) का प्रमाणपत्र को आजीवन वैधता प्रदान करने के निर्देश दिए। अब अभ्यर्थियों को एक बार परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद दोबारा देने की आवश्यकता नहीं होगी। इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी करने के साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेशवासियों को टीका-कवर देने की प्रक्रिया और तेज करने की बात कही।
PM मोदी से मिले CM शिवराज, कोरोना की लहर समेत तमाम मुद्दों पर हुई चर्चा
अभ्यर्थियों के हित में योगी सरकार का बड़ा आदेश
दरअसल, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 3 जून को ऐलान किया था कि टीईटी (TET) 2011 से जारी हो रहे प्रमाणपत्र आजीवन होंगे। इसके पहले प्रमाणपत्र सात साल और 2020 का ही आजीवन मान्य था। मंत्री के बयान के बाद यूपी में भी इसके आजीवन मान्य होने की संभावना बढ़ गई थी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश प्रयागराज ने इसका प्रस्ताव भी भेज दिया था। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए नोटीफिकेशन जारी करने का आदेश दे दिया है। इस कदम से उन अभ्यर्थियों को विशेष राहत होगी, जो प्रमाणपत्र की अवधि पूरी होने से दोबारा परीक्षा देने की तैयारियों में जुटे थे। यूपी टीईटी का प्रमाणपत्र अभी तक पांच वर्ष तक ही मान्य रहा है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा साल में एक बार होती रही है। दस साल में आठ परीक्षाएं हो चुकी हैं और उनमें करीब 21 लाख से अधिक परीक्षार्थी सफल हुए हैं। अभी तक यूपीटीईटी प्रमाणपत्र पांच वर्ष के लिए ही मान्य रहा है। इसके पहले 2012 में यूपीटीईटी नहीं हुई और 2020 की परीक्षा का नोटीफिकेशन इसी महीने जारी होने के आसार हैं।