जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: अन्ना हजारे के आंदोलन में जन्मी आम आदमी पार्टी आज दिल्ली की सत्ता में काबिज है। पार्टी की स्थापना 2 अक्टूबर 2012 में हुई थी, लेकिन औपचारिक रूप से पार्टी की शुरुआत 26 नवंबर 2012 को हुई। अपनी स्थापना के एक साल के भीतर पार्टी ने पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और 28 सीटों पर जीत दर्ज की। 70 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत से दूर रही आप ने कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई, लेकिन यह सरकार 49 दिन ही चल पाई। सरकार गिरने के बाद पार्टी ने फिर से शानदार वापसी की।
साल 2015 में चुनाव हुए जिनमें आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की। जबकि केंद्र में सत्तारुढ़ बीजेपी को तीन सीटें मिली, वहीं कांग्रेस का तो खाता भी नहीं खुल पाया। दिल्ली में केजरीवाल सरकार बन गई। इसी के साथ दिल्लीवासियों की भी नई शुरूआत हो गई थी। खुद दिल्ली की जनता ने भी नहीं सोचा होगा कि कोई पार्टी ऐसी भी होगी। जिसके काम से अन्य राज्य भी प्रभावित होने को मजबूर हो जाएंगे।
शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली-पानी व्यवस्था में ऐतिहासिक बदलाव
आज जब आम आदमी पार्टी के बारे में बात होती है तो फ्री बिजली-पानी, सरकारी स्कूलों की कायापलट और स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़े बदलाव का जिक्र जरूर होता है। पार्टी ने जनता की मूलभूत जरूरतें पूरी करने की जो गारंटी जनता से की थी उसे पूरा भी किया।
सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदली, दूसरे राज्य भी मुरीद
सत्ता में आते ही AAP ने जो सबसे बड़ा काम किया वह था सरकारी स्कूलों का कायापलट। आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में जो सुविधाएं मौजूद हैं वह शायद ही किसी प्राइवेट स्कूल में होंगी। क्या कभी देखा है किसी सरकारी स्कूल में लैब, ऑडिटोरियम, प्लेग्राउंड, टेनिस कोर्ट और स्मार्ट क्लासेज। दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने ये संभव कर दिखाया। आज इन स्कूलों में बच्चे फर्राटेदार इंग्लिश बोलते हैं। बड़े बड़े इवेंट्स में हिस्सा लेते हैं। इतना ही नहीं सरकार इनके लिए कई तरह की पहल भी करती आ रही है। जिससे बच्चे एम्पलॉय नहीं प्रोफेशनल बने। इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी की सरकार में बच्चों को एंटरप्रेन्योर बनाने पर भी फोकस किया जा रहा है।
हाल ही में महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दिल्ली आए तो उन्होंने दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया के साथ सरकारी स्कूलों का दौरा किया। दिल्ली में सरकारी स्कूलों की तस्वीर देख उन्होंने महाराष्ट्र में भी इस मॉडल को लागू करने की बात कही।
अपने 9 सालों के इतिहास में भारतीय राजनीति में आम आदमी पार्टी ने कई बदलाव लाए। अब दिल्ली में विकास पर बात होती है। पार्टी को यहां तक पहुंचाने में कार्यकर्ताओं की बड़ी भूमिका है। पार्टी स्थापना के 9 साल पूरे होने पर AAP ने ट्विटर पर अब तक के सफर का वीडियो शेयर करते हुए कार्यकर्ताओं को धन्यवाद कहा है।