नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन (Ajit Jogi Death) हो गया। 74 साल के अजीत जोगी रायपुर के अस्पताल (Raipur Hospital) में भर्ती थे। 20 दिन पहले हालत वो इस अस्पताल में भर्ती थे, जहाँ उनका इलाज़ चल रहा था। अजीत जोगी के निधन पर काई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। बता दें कि अजीत जोगी की गिनती कांग्रेस (Congress) के कद्दावर नेताओं में होती थी, लेकिन पार्टी नेताओं से मनमुटाव के बाद उन्होंने अपनी नई पार्टी बना ली थी।
Ajit Jogi Death : पिता के निधन पर बेटे का भावुक ट्वीट
अजीत जोगी के निधन की खबर उनके बेटे अमित जोगी (Amit Jogi) ने ट्वीट कर दी। अपने ट्वीट में अमित जोगी ने लिखा – ” 20 वर्षीय युवा छत्तीसगढ़ राज्य के सिर से आज उसके पिता का साया उठ गया। केवल मैंने ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ ने नेता नहीं, अपना पिता खोया है। अजीत जोगी ढाई करोड़ लोगों के अपने परिवार को छोड़कर, ईश्वर के पास चले गए। गांव-गरीब का सहारा, छत्तीसगढ़ का दुलारा,हमसे बहुत दूर चला गया।”
अंतिम समय में मजदूरों की समस्या को लेकर चिंतित थे जोगी
अंतिम समय में अजीत जोगी मजदूरों की समस्या को लेकर चिंतित दिखे थे। अस्पताल में भर्ती होने से पहले उन्होंने प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) की समस्या को लेकर ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार (Central Government) से देश में फंसे मजदूरों को अपने घरों तक पहुँचाने के लिए अभियान शुरू करने की मांग की थी, जिससे प्रवासी मजदुर सकुशल अपने घरों को लौट सके। छत्तीसगढ़ में बीते विधानसभा चुनाव में भी वो काफी सक्रिय नज़र आये थे और पार्टी का जमकर प्रचार किया था।
कांग्रेस से अलग होकर 2016 में बनाई अपनी अलग पार्टी
मध्य-प्रदेश से अलग होकर जब अलग छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य का गठन हुआ, तब अजीत जोगी पहले मुख्यमंत्री बने। वो नवंबर 2000 से नवंबर 2003 तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद पर आसीन रहे। कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार अजीत जोगी ने पार्टी नेताओं से मनमुटाव के बाद साल 2016 में उन्होंने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की स्थापना की थी और 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने छत्त्तीसगढ़ के विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किये थे।