नई दिल्ली- Mayawati vs Akhilesh उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राजनीति तेज़ हो गई है. बहुजन समाज पार्टी के कुछ विधायकों के समाजवादी पार्टी में शामिल होने कि अटकलें लगाई जा रही है .अब बसपा प्रमुख मायावती ने इस मसले पर समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला है.
2. जबकि उन्हें काफी पहले ही सपा व एक उद्योगपति से मिलीभगत के कारण राज्यसभा के चुनाव में एक दलित के बेटे को हराने के आराप में बीएसपी से निलम्बित किया जा चुका है। 2/5
— Mayawati (@Mayawati) June 16, 2021
बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार सुबह ट्वीट कर लिखा कि घृणित जोड़तोड़, द्वेष व जातिवाद आदि की संकीर्ण राजनीति में माहिर समाजवादी पार्टी ने मीडिया के सहारे यह प्रचारित करना है कि बीएसपी के कुछ विधायक टूट कर सपा में जा रहे हैं, ये एक घोर छलावा है.
मायावती ने कहा कि जबकि उन्हें काफी पहले ही सपा व एक उद्योगपति से मिलीभगत के कारण राज्यसभा के चुनाव में एक दलित के बेटे को हराने के आरोप में बीएसपी से निलंबित किया जा चूका है .
Mayawati vs Akhilesh: दलित विरोधी है सपा का चाल-चरित्र
4. जगजाहिर तौर पर सपा का चाल, चरित्र व चेहरा हमेशा ही दलित-विरोधी रहा है, जिसमें थोड़ा भी सुधार के लिए वह कतई तैयार नहीं। इसी कारण सपा सरकार में बीएसपी सरकार के जनहित के कामों को बन्द किया व खासकर भदोई को नया संत रविदास नगर जिला बनाने को भी बदल डाला, जो अति-निन्दनीय।
— Mayawati (@Mayawati) June 16, 2021
यह भी पढ़े- LJP में वर्चस्व की लड़ाई तेज: चिराग ने लोकसभा स्पीकर को लिखा पत्र, पशुपति पारस के घर पर प्रदर्शन
निलंबित विधायकों को लेकर मायावती ने आगे कहा कि सपा अगर इन निलंबित विधायकों के प्रति थोड़ी भी ईमानदार होती तो अब तक इन्हें अधर में नहीं रखती. क्योंकि इनको यह मालूम है कि बीएसपी के यदि इन विधायकों को लिया तो सपा में बगावत और फूट पड़ेगी, जो बीएसपी में आने को आतुर बैठे है.
3. सपा अगर इन निलम्बित विधायकों के प्रति थोड़ी भी ईमानदार होती तो अब तक इन्हें अधर में नहीं रखती। क्योंकि इनको यह मालूम है कि बीएसपी के यदि इन विधायकों को लिया तो सपा में बगावत व फूट पड़ेगी, जो बीएसपी में आने को आतुर बैठे हैं।
— Mayawati (@Mayawati) June 16, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सपा का चाल, चरित्र और चेहरा हमेशा ही दलित-विरोधी रहा है, जिसमें थोड़ा भी सुधार के लिए वह कतई तैयार नहीं. इसी कारण सपा सरकार में बीएसपी सरकार के जनहित के कामों को बन्द किया व खासकर भदोई को नया संत रविदास नगर जिला बनाने को भी बदल डाला, जो अति-निन्दनीय है
बसपा प्रमुख ने कहा कि बीएसपी के निलंबित विधायकों से मिलना आदि का मीडिया में प्रचारित करने के लिए किया गया. सपा का यह नया नाटक यूपी में पंचायत चुनाव के बाद अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए की गई पैंतरेबाजी ज्यादा लगती है. यूपी में बीएसपी जन आकांक्षाओं की पार्टी बनकर उभरी है जो जारी रहेगा.
5.वैसे बीएसपी के निलम्बित विधायकों से मिलने आदि का मीडिया में प्रचारित करने के लिए कल किया गया सपा का यह नया नाटक यूपी में पंचायत चुनाव के बाद अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख के चुनाव के लिए की गई पैंतरेबाजी ज्यादा लगती है।यूपी में बीएसपी जन आकांक्षाओं की पार्टी बनकर उभरी है जो जारी रहेगा
— Mayawati (@Mayawati) June 16, 2021
अखिलेश यादव से मिले थे विधायक
आपको बता दें कि हाल ही में बहुजन समाज पार्टी से निलंबित कुल नौ विधायकों ने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही थीं कि विधानसभा चुनाव से पहले ये सभी समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं. अब इसी पर मायावती का रिएक्शन आया है.
अगर विधानसभा चुनावों को लेकर बात करें तो बीते दिन अखिलेश यादव ने साफ किया है कि वह इस बार बहुजन समाज पार्टी या कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगे. बल्कि छोटे डालो के साथ चुनाव लड़ेंगे .