AYODHYA RAM JANMABHOOMI – अमन का पैगाम
आगरा : AYODHYA RAM JANMABHOOMI विवाद पर सुप्रीम कोर्ट अपना ऐतिहासिक फैसला सुना चुका है। कानून के आधार पर फैसला चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में संवैधानिक पीठ ने फैसला रामलला के हक में सुनाया। वहीं विवादित जमीन रामजन्मभूमि न्यास को मिलेगी और सुन्नी वक्फ को 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन दी जाएगी। इस फैसले को लेकर ताजनगरी ने एक बार फिर अमन का पैगाम दिया है। हिंदू-मुस्लिम आपस में गले मिलकर भाईचारे की तरह एक-दूसरे को बधाई देते नज़र आए।
आपसी भाईचारे ने कम नहीं होने दी मुहब्बत की मिठास
बता दें कि फैसले को लेकर पुलिस प्रशासन की सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम अपनी जगह थी, लेकिन आपसी भाईचारा इतना मजबूत था कि रिश्तों मे घुली मिठास एक पल के लिए भी कम नहीं हुई। शुक्रवार की शाम को कड़ी सुरक्षा तो बढ़ा दी गई थी। पर सबको अगले दिन शनिवार के फैसले का इंतजार था। सबकी नजर टीवी पर टिकी हुई थी, लेकिन कोर्ट का फैसला आते ही सब पहले जैसा होने लगा और लोग धीरे-धीरे दुकाने खोलने लगे। जिन इलाकों को पुलिस प्रशासन ने संवेदनशील की श्रेणी में रखा था, वहां आम दिनों की तरह ही चहल-पहल देखा गया। किसी तरह की हिंसात्मक घटना नहीं हुई।
अमन पर आंच नहीं आने देने का लिया गया था फैसला
पेंट कारोबारी राजू ने बताया कि दो दिन पहले ही बाजार में मीटिंग करके तय कर लिया गया था कि अमन पर आंच नहीं आने देंगे। सब ने एक सुर में कहा कि झगड़े में कुछ नहीं रखा। हमें अपने रोजगार और बच्चों की पढ़ाई लिखाई के बारे में सोचना है इसी में सबकी भलाई है। ताजनगरी में अयोध्या का फैसला आने के बाद सैलानियों पर कोई असर नही पड़ा और न चेहरे पर कोई शिकन और न कोई तनाव। आगरा के ताजनगरी में पर्यटकों ने बेफिक्री से एतिहासिक स्मारकों का भ्रमण किया। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शनिवार को 35 हजार से अधिक पर्यटक ताजनगरी में आए थे। न सिर्फ ताजमहल बल्कि आगरा किला, अकबर टूम, एत्माद्दौला आदि का दीदार किया।
शहर में इतनी शांति रही कि प्रशासन को इंटरनेट सेवाएं बंद करने की जरूरत महसूस नहीं हुई। शुक्रवार को एसएसपी बबलू कुमार ने पहले बता दिया था कि शनिवार को राज्य में इंटरनेट बंद कर दिया जाएगा। पर फैसला आने के बाद ऐसा कोई महौल नही देखा गया, जिसकी वजह से शहर में इंटरनेट बंद किया जाए। सब कुछ पहले जैसा ही रहा।