Ram Mandir निर्माण में लगने वाले पत्थरों को जोड़ने के लिए किया जाएगा तांबे की पत्तियों का उपयोग
अयोध्या में राममंदिर का भूमिपूजन समारोह कुछ दिन पहले ही संपन्न हुआ है। वहीं आज दिल्ली में तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक हुई। इस बैठक में तय किया गया है कि राम मंदिर निर्माण का कार्य 3 से साढ़े तीन साल के अंदर पूरा कर लिया जाए। बता दे कि इस बैठक में राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के साथ ही वास्तु शास्त्रियों समेत 10 लोग मौजूद रहे। यह बैठक दिल्ली के नेहरू मेमोरियल में करीब ढाई घंटे तक चली जहां राम मंदिर निर्माण में तेजी लाने को लेकर चर्चा हुई।
Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra, trust constituted to look after construction and management of Ram Janmbhoomi Temple in Ayodhya, meets in Delhi. pic.twitter.com/xeYmMTU4sj
— ANI (@ANI) August 20, 2020
The construction of Shri Ram Janmbhoomi Mandir has begun. Engineers are now testing the soil at the mandir site. The construction work is expected to finish in 36-40 months… Iron won't be used in the construction of the Mandir: Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra #RamTemple pic.twitter.com/ApLCuxLQBw
— ANI (@ANI) August 20, 2020
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि आज की अनौपचारिक बैठक में आया कि CBRI रुड़की और IIT मद्रास का पूरा सहयोग लिया जा रहा है, 10 से 12 जगह पर 60 मीटर की गहराई तक मिट्टी की जांच हुई है। इसके आधार पर फिर भूकंप की स्टडी हुई है। चंपत राय ने कहा कि आज ये बात सामने आई कि 30 से 35 मीटर गहराई से नींव लानी पड़ेगी और 1 मीटर व्यास के गोल आकार में लानी पड़ेगी। तीन एकड़ में ऐसे कम से कम 1200 बिन्दू(खंभे) होंगे।
मन्दिर निर्माण में लगने वाले पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे की पत्तियों का उपयोग किया जाएगा। निर्माण हेतु 18इंच लम्बी, 3mm गहरी,30 mm चौड़ी 10,000 पत्तियों की आवश्यकता होगी। तीर्थ क्षेत्र श्रीरामभक्तों का आह्वान करता है कि तांबे की पत्तियां दान करें:श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र pic.twitter.com/RnS4sgz7WR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 20, 2020
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक मन्दिर निर्माण में लगने वाले पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे की पत्तियों का उपयोग किया जाएगा। निर्माण हेतु 18इंच लम्बी, 3mm गहरी,30 mm चौड़ी 10,000 पत्तियों की आवश्यकता होगी। तीर्थ क्षेत्र श्रीरामभक्तों का आह्वान करता है कि तांबे की पत्तियां दान करें। सूत्रों के मुताबिक निर्माण कार्य मे तेजी लाने के लिए डे टू डे मीटिंग रखने की भी बात तय हुई है और मंदिर निर्माण 36 से 40 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।