बद्रीनाथ धाम के कपाट आज से ब्रह्ममुहूर्त में खोले गए
उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम के कपाट आज तड़के खोल दिए गए हैं। इससे पहले बद्रीनाथ मंदिर को फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया। लॉकडाउन के चलते इस मौके पर बद्रीनाथ में कोई मौजूद नहीं है। महज गिनती के ही लोग मंदिर में देखे गए। पूरे विधि-विधान के साथ आज तड़के 4.30 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। इसमें बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी, धर्माधिकारी समेत मंदिर से जुड़े 28 लोग ही शामिल थे।
- कोरोना की वजह से सिर्फ गिने चुने लोग ही हुए शामिल
- कोरोना महामारी के चलते श्रद्धालु नदारद
- लॉकडाउन के बीच खुले मंदिर के कपाट
- सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया ख्याल
हर साल की तरह इस साल भी मंदिर को फूलों की माला से सजाया गया था। वेद मंत्रों के पाठ के साथ भगवान बद्री विशाल के गर्भ गृह के द्वार खोले गए। सबसे पहले बद्रीनाथ के रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी ने गर्भ गृह में भगवान की पूजा की और उसके बाद एक-एक कर बाकी लोगों ने दर्शन किए। इससे पहले टिहरी के दरबार में हुई मंत्रणा के बाद 30 अप्रैल को सुबह साढ़े चार बजे बद्रीनाथ के कपाट खोले जाने का समय निर्धारित किया गया था।
लेकिन कोरोना वायरस के कोहराम की वजह से बद्रीनाथ धाम से जुड़े बोर्ड की बैठक में कपाट खुलने की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया। बता दें कि प्रशासन की तरफ से कपाट खुलने से पहले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम दोनों जगहों पर रास्तों पर जमी बर्फ हटा ली गई थी। इसके लिए प्रशासन ने हेलीकॉप्टर के जरिए मजदूरों को बर्फ हटाने के काम के लिए पहुंचाया था।