नई दिल्ली : आरजेडी ने पहले चरण की 41 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है आरजेडी ने कैंडिडेट के चयन में जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा है, लेकिन सबसे ज्यादा भरोसा यादव पर दिखाया है इसके अलावा पार्टी ने दलितों, अति पिछड़ों पर भी फोकस किया है आरजेडी ने इस बार आधा दर्जन अपने मौजूदा विधायकों का टिकट काटा है जिसमें ओबरा के बिजेंदर प्रसाद, मखदूमपुर से सूबेदार दास, अतरी से कुंती देवी शामिल हैं।
- RJD ने जारी की उम्मीदवारों की पहली लिस्ट
- पहले चरण में 41 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान
- कैंडिडेट के चयन में जातीय समीकरण का रखा पूरा ध्यान
- RJD ने आधा दर्जन अपने मौजूदा विधायकों का काटा टिकट
- पहले चरण में 10 महिला प्रत्याशी को दिया टिकट
- RJD की लिस्ट में सबसे ज्यादा यादव कैंडिडेट
वहीं आरा, अरवल, पालीगंज और काराकाट सिटिंग सीट माले के खाते में चली गई हैं आरजेडी ने अपने नेताओं के बेटे-बेटियों के अलावा पत्नियों को भी टिकट दिया है, आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह को रामगढ़, पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी के बेटे राहुल तिवारी को शाहपुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह के पुत्र ऋषि सिंह को ओबरा से तो पूर्व मंत्री जयप्रकाश यादव की बेटी दिव्या प्रकाश तारापुर से चुनाव मैदान में उतारा है, इनके अलावा विधायक राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को नवादा, विधायक अरुण यादव की पत्नी किरन देवी को संदेश से टिकट मिला है।
वहीं आरजेडी ने इस बार पहले चरण में 10 महिला प्रत्याशियों को भी उतारा है इसके अलावा दो राजपूत, एक ब्राह्मण, एक भूमिहार और एक वैश्य समाज के उम्मीदवार पर भरोसा जताया है,आरजेडी ने सबसे अधिक 23 पिछड़े समुदाय के कैंडिडेट उतारे हैं, जिनमें से 20 यादव समुदाय के प्रत्याशी हैं, इसके अलावा 8 अनुसूचित जाति को टिकट दिया है, जिनमें रविदास, मुसहर और पासवान समुदाय के प्रत्याशी हैं. एक अनुसूचित जनजाति, तीन अति पिछड़े समुदाय और दो मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं।