पटना : बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भले ही सुशासन का दावा करते नही अघाते हो, लेकिन बिहार में किस कदर भ्रष्टाचार (Corruption) किस कदर व्याप्त है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस पुल का आज सीएम नीतीश कुमार उद्घाटन करने वाले थे, उस पुल का अप्रोच रोड उद्घाटन से पहले ही ध्वस्त (Bihar Bridge Collapse) हो गया। छपरा के बंगरा घाट मेगा ब्रिज की अप्रोच रोड (Bihar Mega Bridge Approach Road) टूटने की घटना को लेकर विपक्ष (Opposition) ने नीताश सरकार (Nitish Government) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
Bihar Bridge Collapse : सत्तरघाट के बाद बंगरा घाट मेगा ब्रिज की अप्रोच रोड टूटी
बता दें कि इससे पहले गोपालगंज में सत्तरघाट ब्रिज (Sattarghat Bridge Gopalganj) की अप्रोच रोड टूट गई थी, जिसको लेकर भी खुब हंगामा हुआ था। सत्तरघाट ब्रिज की अप्रोच रोड टूट उद्घाचन का 1 महीने बाद टूटी थी। इस पुल का उद्घाटन भी नीतीश कुमार द्वारा किया गया था। विपक्ष ने इस मामले को लेकर भ्रष्टाचार का मामला उठाया था, लेकिन तब सरकार ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया था कि अप्रोच रोड बाढ़ के पानी की वजह से टूटी थी।
विधानसभा चुनाव से पहले सरकारी सिस्टम पर उठे सवाल
बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) होने हैं, जिसको लेकर उद्घाटन की प्रक्रिया जोर-शोर से चल रहा है। एक तरफ जहां बिहार बाढ़ की मार झेल रहा है, वही नीतीश सरकार उद्घाटनों के जरिये जनता को लुभाने में जुटी है। लेकिन उद्घाटन के तुरंत बाद और उद्घाटन के पहले ब्रिज की अप्रोच रोड टूटने की घटना से सरकारी सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार का जिन्न लोगों के सामने निकलकर आ रहा है।
डबल बजट भी नही झेल पाया पानी का बहाव
छपरा के बंगरा घाट मेगा ब्रिज की निर्माण लागत 509 करोड़ रुपये है, जो गोपालगंज के सत्तरघाट ब्रिज की लागत से दोगुनी है। गोपालगंज के सत्तरघाट ब्रिज की लागत 264 करोड़ थी। बज़ट डबल होने के बावजूद भी बंगरा घाट मेगा ब्रिज की अप्रोच रोड पानी के बहाव को नही झेल सकी। प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से कहा गया है कि बैकुंठपुर में सारण बांध टूटने की वजह से बंगरा घाट मेगा ब्रिज की अप्रोच रोड टूटी है। बहरहाल विधानसभा चुनाव से पहले विपक्ष को नीतीश सरकार के खिलाफ नया मुद्दा मिल गया है।