नई दिल्ली: Mahendra Singh Dhoni: बीते दिन बुधवार को BCCI ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मेंटोर के रूप में चुना था। बीसीसीआई के इस फैसले ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था। 40 वर्षीय धोनी ने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, उनका आखिरी भारत का खेल 2019 विश्व कप सेमीफाइनल था, जिसमें टीम न्यूजीलैंड से हार गई थी।
धोनी का मेंटोर बनाना संजीव गुप्ता को नहीं आ रहा रास
बता दें, बीसीसीआई के इस फैसले से क्रिकेट और धोनी के फैंस बेहद खुद है। लेकिन एमएस धौनी को भारतीय टीम के मेंटर के रूप में देख कर संजीव गुप्ता कुछ ज्यादा ही नाखुश है। संजीव गुप्ता ने एपेक्स काउंसिल को पत्र लिखते हुए इसे हितों के टकराव का मामला बताया है। उन्होंने अपने पत्र में सवाल उठाया कि एमएस धौनी एक समय में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान और भारतीय क्रिकेट टीम के मेंटोर कैसे हो सकते हैं। एम एस धौनी को भारतीय क्रिेकेट टीम का मेंटोर टी20 वर्ल्ड कप के लिए बनाया गया है। हालांकि इसेे लेकर बीसीसीआइ ने अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अब सबसे बड़ी बात ये है कि, क्या इस शिकायत के बाद धौनी टीम इंडिया के साथ जुड़ पाएंगे या नहीं ये अभी कहना मुश्किल है।
17 अक्टूबर से शुरू होगा टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन
रिपोर्ता के मुताबिक टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन यूएई में 17 अक्टूबर से शुरू होगा और फाइनल मैच 14 नवंबर को खेला जाएगा। टी20 वर्ल्ड कप 2021 के लिए टीम इंडिया का एलान बुधवार को किया गया था जिसमें सिर्फ 18 सदस्यीय टीम की घोषणा की गई थी, इस टीम में तीन रिजर्व खिलाड़ी भी शामिल हैं। टीम सदस्यीय के नाम के एलान के साथ ही यह एलान किया कि धोनी भारतीय टीम के साथ बतौर मेंटोर जुड़े रहेंगे।
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तेंदुलकर पर सवाल उठाने पर संजीव को देना पड़ा था इस्तीफ़ा
धोनी के मेंटोर बनाए जाने के बाद संजीव गुप्ता ने उनकी इस भूमिका पर सवाल उठाये है और कहा कि, वो एक साथ सीएसके के कप्तान और फिर टीम इंडिया के मेंटोर कैसे बने रह सकते हैं। उन्होंने इसे लेकर एपेक्स काउंसिल को पत्र भी लिखा है। इसके पहले संजीव गुप्ता ने सचिन तेंदुलकर को लेकर भी सवाल उठाए थे और बाद में उन्हें एओसी से इस्तीफा देना पड़ा था।
Mahendra Singh Dhoni: टी20 वर्ल्ड कप में धोनी करेंगे मदद
धोनी को भारतीय टीम का मेंटोर इसलिए बनाया गया है कि, टीम के खिलाड़ियों को अनुभव का फायदा मिले। अपनी कॅप्टेन्सी के दौरान धोनी ने भारत के लिए तीन आइसीसी खिताब जीते थे, वहीं धोनी के क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भारतीय टीम साल 2013 के बाद से कोई भी आइसीसी का खिताब नहीं जीती है। धोनी के टीम के साथ बने रहने से टीम को दवाब के मैचों में किस तरह से उबरना है इसमें भी लाभ मिलेगा साथ ही धौनी की क्रिकेट की समझ टीम के लिए बेहद हितकारी होगी। हालांकि धोनी पर उठे सवालों पर बोर्ड कैसे निपटेगा ये भी देखने वाली बात होगी।