नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और मौत का आंकड़ा भी 150 के पार जा चुका है, दुनिया के कई देशों के मुकाबले भारत में कोरोना वायरस संक्रमण अभी उतने गंभीर रूप में नहीं फैला है लेकिन संक्रमण का जो नया ट्रेंड आया है उससे मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
Coronavirus – 300 जिलों में तेजी से फैला
कोरोना वायरस( Coronavirus ) दुनिया के कई देशों में फ़ैल चुका कुछ ही देश है जो इसकी चपेट से बाहर है, वहीं भारत की बात करें दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों को अपनी चपेट में लेने के बाद महामारी ने 736 जिलों में से करीब 300 जिलों में अपने पैर तेजी से पसारे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कई बड़े प्रदेशों में 60 फीसदी से ज्यादा जिलों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल चुका है, जिससे सरकार को आने वाले दिनों में काफी झटका लग सकता हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोरोना वायरस का तेजी से फैलना एक बहुत बड़ा संकट पैदा कर सकता है, वहीं राजस्थान के भीलवाड़ा में कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट पर काबू पा लिया गया है, देश के ऐसे कुल 10 राज्य हैं जहाँ कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फैला है। वहीं सरकारी अधिकारियों का कहना है की प्रशासन ही रोक सकती हैं कोरोना के फैलते संक्रमण को।
सरकार के सामने चुनौती
सरकार के सामने इस वक्त बड़ी चुनौती पैदा हो गई है क्योंकि पहले सिर्फ देश के जाने माने शहर ही इसके चपेट में थे लेकिन अब उत्तराखंड के देहरादून, यूपी के मेरठ, राजस्थान के जयपुर और मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना वायरस फैलता नजर आ रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के मुताबिक, पूरे देश में कोरोना वायरस समान रूप से नहीं फैलेगा. हम कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट पर कड़ी नजर रख रहे हैं. कोरोना से ज्यादा प्रभावित इलाकों में हम टेस्टिंग की संख्या बढ़ाकर इसे रोकने की कोशिश कर रहे हैं. नोएडा, मैसूर, बेंगलुरु, मुंबई और पुणे में भी कोरोना के तमाम केस सामने आए हैं और ये कड़ी निगरानी में हैं.
बता दें कि अब वैश्विक तौर पर, ये बात साबित हो चुकी है कि कोरोना वायरस के कई मामलों में बहुत हल्के लक्षण नजर आते हैं या फिर कोई लक्षण ही नजर नहीं आते हैं, ऐसे में इन मामलों में लक्षणों का पता लगाना बहुत मुश्किल है।