Cyclone Bulbul करीब 4.6 लाख लोग प्रभावित
नई दिल्ली- पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवात ‘बुलबुल’ (Cyclone Bulbul) ने भयंकर रूप ले लिया है 9 नवंबर को बुलबुल तूफान पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र से टकराया था। पिछले 36 दिनों में बुलबुल की दस्तक ने बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में भारी तबाही मचाई है।
अब तक करीब 10 लोग बुलबुल के शिकार हो चुके हैं तो वहीं करीब 4.6 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं पड़ोसी देश बंग्लादेश में भी बुलबुल ने जमकर तबाही मचाई यहां भी तूफान की वजह से कई लोगों की जान चली गई है।
शनिवार को पश्चिम बंगाल के तट से टकराने के बाद रविवार सुबह तक तेज हवा के साथ बारिश हुई करीब 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार की हवा के चलते बंगाल की खाड़ी के पास तटीय जिलों में करीब 2,473 घर तबाह हो गये है।
जिससे जन-जीवन बूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। तूफान के आवेश में आकर सैकड़ों पेड़ जमींदोज हो गए और कई जगहों पर बिजली के तार टूट गए वहीं उत्तर 24 परगना के नामखाना क्षेत्र में बुलबुल चक्रवात की चपेट में आने के बाद हटानिया दोनिया नदी में दो जेटी क्षतिग्रस्त हो गए।
वहीं राज्य और केन्द्र सरकार की तरफ से तूफान के प्रभाव को कम से कम करने की कोशिश जारी है.. NDRF और SDRF की टीमें लगातार राहत-बचाव कार्य में जुटी है अब तक निचले इलाकों में रह रहे करीब 21 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पूर्व बांग्लादेश और इससे सटे दक्षिण त्रिपुरा में सोमवार सुबह 05:30 बजे चक्रवात कुछ कमजोर पड़ गया था। लेकिन मौसम विभाग ने एतियातन तटीय इलाकों में रह रहे लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने और तटीय इलाकों से दूर रहने की अपील की है।