नई दिल्ली : दिल्ली जल बोर्ड (Delhi Jal Board) के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखा है। इसमें हरियाणा से यमुना में छोड़े जा रहे दूषित पानी से बढ़ रहे अमोनिया के स्तर का मुद्दा उठाया है। साथ ही कहा कि पानी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने की वजह से राजधानी की पेयजल उत्पादन क्षमता प्रभावित हो रही है।
दिल्ली में पानी का संकट
डीजेबी उपाध्यक्ष ने पत्र में लिखा है कि कच्चे पानी की आपूर्ति के लिए दिल्ली का एक बड़ा हिस्सा यमुना पर निर्भर है। हरियाणा को भौगोलिक स्थिति का लाभ मिल रहा है। वहीं, राजधानी दिल्ली को पिछले कुछ दिनों से पानी की आपूर्ति को लेकर संकट का सामना करना पड़ रहा है।
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आरहा है दूषित पानी
उन्होंने उम्मीद जताई कि कोरोना संकट को देखते हुए मानवीय आधार हरियाणा दिल्ली की समस्या को समझेगा और सहयोग करेगा। दिल्ली पानी को लेकर दोहरी मार का सामना कर रही है। पहला, हरियाणा की तरफ से अत्यधिक प्रदूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। दूसरा, पानी की आपूर्ति काफी कम की जा रही है।
सबको पानी का अधिकार
राजधानी दिल्ली के लोगों का साफ पानी पीने का मौलिक अधिकार है, लेकिन इससे दिल्ली के करीब 2.2 करोड़ लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। इससे हरियाणा के सिंचाई और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के स्तर का भी पता चलता है।