जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: एक इंसान अपने जीवन के महत्वपूर्ण 20 साल शिक्षा को देता है लेकिन 20 साल लम्बी शिक्षा देकर हम चाहते क्या हैं? हमारा इरादा क्या है? बच्चा, माता-पिता, समाज और राष्ट्र शिक्षा से चाहते क्या है? इन्हीं सवालों का जबाब देता दिल्ली का शिक्षा गीत। जो दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को लॉन्च किया।
केजरीवाल सरकार ने एजुकेशन को लेकर अपने विजन और प्रेरणा पर आधारित ‘दिल्ली एजुकेशन सॉन्ग’ को लांच किया। ‘ ये नन्हे फूल ही इक दिन नया भारत बनाएंगे, इरादा कर लिया है हम इन्हें ऐसा पढ़ाएंगे’ की लिरिक्स के साथ ये सॉन्ग के माध्यम से केजरीवाल सरकार हर बच्चों को उनके पढ़ने-लिखने के असल मकसद से परिचित करवाना चाहती है।
बेहद खूबसूरत शैक्षिक गीत जो @ArvindKejriwal व @msisodia की दिल्ली के बच्चो की शिक्षा के प्रति समर्पण को प्रदर्शित करता है ! यह शिक्षा व्यवस्था बच्चों में कट्टर देशभक्ति, ईमानदारी व इंसानियत पैदा करेगी !
धन्यवाद सर !
जय भीम ! https://t.co/RdfbtrBXHk— Rajendra Pal Gautam (@AdvRajendraPal) April 19, 2022
मंत्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली का शिक्षा गीत केवल एक गीत नहीं बल्कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी का संकल्प है कि हम सब मिलकर अपने बच्चों को कैसी शिक्षा देंगे ये इरादा है कि उन्हें कैसे पढ़ाएंगे।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली का शिक्षा विभाग देश और दुनिया का पहला ऐसा शिक्षा विभाग होगा जिसने अपना शिक्षा गीत बनाया है। पिछले 5-7 साल से दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में रोज नए बदलाव आए हैं। सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग प्राइवेट स्कूलों से भी शानदार हो गई है लेकिन क्या शिक्षा का इरादा केवल 5 स्टार चमचमाते स्कूल बिल्डिंग बनाना और सुविधाएं देना है क्या?
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दुनिया का कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का जो सपना देखता है, हमारी नई शिक्षा नीति में जो चीजें 68 पन्नों में कही गई है वो सब बातें, विजन, शिक्षा को लेकर देखे गए सपने इस गीत में समाहित है।