जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: दिल्ली के तीनों नगर निगम अब एक हो जाएंगे। मोदी कैबिनेट ने नगर निगम संशोधन बिल को मंजूरी दे दी है। जिसमें तीनों नगर निगम के विलय का प्रस्ताव रखा गया है। बताया जा रहा है इसी महीने ये बिल संसद में लाया जा सकता है।
Delhi: एमसीडी चुनाव टालने पर ‘आप’ का मानव श्रृंखला बैनर अभियान
दिल्ली में अब नॉर्थ, साउथ और ईस्ट के बदले सिर्फ एक ही निगम होगा और मेयर भी एक ही होगा। मार्च में ही एमसीडी चुनाव तारीखों का ऐलान होना था लेकिन चुनाव आयोग ने ऐलान टाल दिया। जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पार्टी चुनावों से भाग रही है क्योंकि दिल्ली की जनता एमसीडी से बाहर करने का इंतजार कर रही है।
AAP का हमला
एमसीडी विलय को लेकर ‘आप’ विधायक और प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी ने दिल्ली में हार के डर से 2014 में भी विधानसभा चुनाव एक साल तक टाले, अंत में सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में चुनाव करवाये। नतीजा- दिल्ली वालों ने आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें दीं। अब भी कितना भी देरी कर लें, बहाने बना लें, दिल्ली नगर निगम में भाजपा की हार निश्चित है।
इस संशोधन के माध्यम से वर्तमान तीन नगर निगमों को एक एकीकृत नगर निगम में समाहित किया जाएगा। गौरतलब है कि वर्ष 2011 में पूर्ववर्ती दिल्ली नगर निगम को तीन भागों, दक्षिण दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में विभाजित किया गया था। एमसीडी चुनावों को लेकर ‘आप’ ने सुप्रीम कोर्ट का रुख भी किया है और मांग की है, तय वक्त पर चुनाव करवाए जाएं।