नई दिल्ली : देश में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) का दिन हर साल हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, लेकिन इस बार पहले से ही कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट सरकार अब किसान आंदोलन के उग्र होने की खबर मिलते ही अलर्ट मोड पर आ गई है। ऐसे में इस साल की परेड में कई अहम बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
गणतंत्र दिवस को लेकर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
सुरक्षा एजेंसियों को ऐसी जानकारी मिली है कि कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर खड़े किसान गणतंत्र दिवस समारोह में व्यवधान उत्पन्न कर सकते हैं। किसान संगठनों की ओर से दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड निकालने का एलान करने के बाद से दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। दिल्ली की किलेबंदी का प्लान तैयार किया जा रहा है।
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अगर किसान आंदोलन जनवरी के दूसरे सप्ताह में खत्म नहीं होता है तो दिल्ली पुलिस को मौजूदा बटालियनों के अलावा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की डेढ़ दर्जन से ज्यादा अतिरिक्त बटालियन तैनात करनी होंगी। इसके अलावा 35 से 40 हैवी ड्यूटी क्रेन और 250 हल्की क्रेन बुलानी पड़ेंगी। वजह, दिल्ली में प्रवेश के आठ-नौ मुख्य मार्गों के अलावा लगभग 127 ऐसे एंट्री प्वाइंट हैं, जहां से राष्ट्रीय राजधानी में बिना किसी दिक्कत के प्रवेश किया जा सकता है। इनमें से ज्यादातर प्वाइंट ऐसे हैं, जहां ट्रैक्टर जैसे वाहन निकल सकते हैं। हालांकि कुछ मार्गों पर ट्राली फंसने की गुंजाइश बनी रहेगी।
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25 जनवरी की रात को ही सील कर दी जाएगी दिल्ली-
किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। ऐसे में ये पहला मौका होगा जब नई दिल्ली जिले को 25 जनवरी की रात को ही सील कर दिया जाएगा। दिल्ली में जगह-जगह पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
गणतंत्र दिवस पर राजपथ पहुंच सकते हैं किसान-
सुरक्षा एजेंसियों को ऐसी खबर मिली है कि कुछ आंदोलनकारी किसान गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर लेकर दिल्ली कूच करने की कोशिश कर सकते हैं। पुलिस किसानों को ट्रैक्टर लेकर दिल्ली की सीमाओं में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देगी ऐसे में किसान 10-10 की संख्या में प्रवेश कर सकते हैं। जब किसान एक निश्चित संख्या में राजपथ पहुंचेंगे तब वे अपने प्लान के अनुसार भारी संख्या में एकत्रित होकर राजपथ में नए कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी करेंगे।
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परिचय पत्र दिखाना आवश्यक-
किसान आंदोलन को देखते हुए नई दिल्ली की सीमाओं पर भी पास या फिर परिचय पत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। आम जनता को पास देने से पहले उनसे परिचय पत्र मांगा जाएगा, उसके बाद ही पास दिया जाएगा। कोरोना महामारी और किसान आंदोलन के बीच होने जा रही 26 जनवरी की परेड के लिए दिल्ली पुलिस ने भी लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
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1 लाख ट्रैक्टर दिल्ली में होंगे दाखिल-
बता दें कि दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसानों के आंदोलन को आज 52 दिन पूरे हो चुके हैं। किसान पहले ही कई मौकों पर सरकार को चेतावनी दे चुकें है कि अगर सरकार उनकी मांगे नहीं मानेगी तो वो गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में 1 लाख ट्रैक्टरों को लेकर दाखिल होंगे और परेड करेंगे।
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किसानों ने की ट्रैक्टर परेड की तैयारी शुरू-
इस बार की परेड में सुरक्षा इसलिए भी बढ़ा दी है, क्योंकि किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो पूरा देश इस साल 26 जनवरी के दिन जवानों और किसानों को एक साथ देखेगा। ट्रैक्टर परेड की तैयारी शुरू हो चुकी है। वहीं किसानों ने इसका ट्रेलर भी सरकार को दिखा दिया है। खाप के किसानों का कहना है कि जितनी देर सरकार हमारी मांगे पूरी करने में लगाएगी उतना ही नुकसान सरकार को झेलना होगा।