नई दिल्लीः आपदा में भी अवसर तलाशने वालों की कमी नहीं है. महामारी के दौर में जब लो अपना रोजगार खो रहे थे तब मोबाइल ऐप के जरिये घर बैठे पैसा कमाने की एक स्कीम से उम्मीद की एक किरण नजर आई. लोगों को लगा कि अब वो पैसे कमा सकते है, लेकिन उन्हें नही मालूम था कि ये चीन की रची गई एक बड़ी साजिश का हिस्सा है. दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने ठगों के एक ऐसे ही गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो देश से बाहर चीन में बैठकर लाखों लोगों को चूना लगा चुके थे।
150 करोड़ की ठगी
बता दें की महज डेढ़ महीने के अंदर ही चीन के इन चालबाजों ने 5 लाख लोगों की मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर लिया. अभी तक 150 करोड़ रुपये की ठगी सामने आ चुकी है, आने वाले समय में यह रकम और बढ़ी हो सकती है.दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने 11 लोगों को गिरफ्तार करते हुए चीनी ऐप के माध्यम से ठगी करने वाले एक नए नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है।
पावर बैंक ऐप
साइबर सेल के डीसीपी अनयेश रॉय का कहना है कि मई के दूसरे हफ्ते में पुलिस को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए पता चला कि प्ले स्टोर पर पावर बैंक, सन फैक्ट्री, इजी प्लान आदि नाम की ऐप सक्रिय हैं, जिन्हें बड़ी तेजी से डाउनलोड किया जा रहा है. इन ऐप के माध्यम से लोगों को ठगा जा रहा है और उनका डेटा चोरी करके विदेश भेजा जा रहा है. इसके बाद साइबर सेल ने डेकोय कस्टमर बनकर तुरंत इन ऐप को डाउनलोड किया और साइबर लैब के जरिए एनालिसिस किया गया. पता चला कि ये ऐप चीन से ऑपरेट की जा रही है।
पैसे के साथ-साथ डेटा भी चोरी
गौरतलब है की इस समय देश मे ऑनलाइन फ्रॉड तेजी से बढ़ रहा है. यही वजह है कि साइबर सेल भी काफी एक्टिव हो रहा है. साल 2021 की शुरुआत में पुलिस ने 2 चीनी ऐप पर एक्शन लिया था. लेकिन उसके बाद भी चीनी ठग शांत नहीं बैठे. अप्रैल में सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए पुलिस को जानकारी मिली कि ठगी करने वाली कुछ और चीनी ऐप आ चुकी हैं, जो बड़े पैमाने पर देश के लोगों के पैसे के साथ-साथ डेटा भी चोरी कर रही है।
ऐसे करते है प्रचार
पुलिस का कहना है कि चीन में बैठे इस पूरे प्लान के मास्टरमाइंड अपने लिए ठगी का धंधा चलाने वालों को टेलीग्राम और यूट्यूब के माध्यम से तलाशते थे. पुलिस का मानना है कि अब तक करीब 50 लाख लोग इन ऐप को डाउनलोड कर चुके है. जिसमें से अभी तक 5 लाख लोगों का पता चला है, जो ठगी का शिकार हुए है।