नई दिल्ली। भाजपा और आरएसएस पर असम को बांटने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी असम समझौते के हर सिद्धांत की रक्षा करेगी और सत्ता में आने के बाद नागरिकता अधिनियम को कभी भी लागू नहीं होने देगी। मार्च-अप्रैल में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले असम में अपनी पहली सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी बोले कि राज्य को ऐसे मुख्यमंत्री की जरूरत हो, जो लोगों की आवाज को सुने, न कि केवल नागपुर और दिल्ली की।
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कांग्रेस पार्टी करेगी बदलाब –
उन्होंने कहा असम को दुनिया की कोई ताकत नहीं तोड़ सकती। जो असम कोड को छूने की कोशिश करेगा, जो असम को बांटने की कोशिश करेगा, उसको असम की जनता और कांग्रेस पार्टी मिल कर सबक सिखायेगी उनका यह तक ये कहना था की हम असम में सरकार में आयेंगे तो बदलाव देखने को मिलेगा। जो नफरत फैलाई जा रही है, वह खत्म हो जायेगी। हम हर धर्म, जाति और हर व्यक्ति की रक्षा करेंगे। हमारे युवाओं को रोजगार देंगे।
असम का सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार-
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान की सरकार ने तरुण गोगोई जी का और इस प्रदेश का अपमान किया है। अगर यह प्रदेश फिर से बंट गया, जो बीजेपी और आरएसएस रोज करते हैं तो असम का नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि असम का सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार है।