Delhi में एक बार फिर भड़की हिंसा
नई दिल्ली- सोमवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली में CAA और NRC को लेकर भड़की हिंसा में एक हेड कांस्टेबल समेत चार लोगों की मौत हो गई है। और अर्द्धसैन्य एवं दिल्ली पुलिस बल के कई कर्मियों समेत करीब 50 लोग घायल हो गए। पथराव के कारण घायल हुए गोकलपुरी के एसीपी के कार्यालय से जुड़े हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत हो गई है।
- Delhi में फिर भड़की हिंसा
- सीएम ने बुलाई आपात बैठक
- बैठक में सभी बड़े विधायक शामिल
दिल्ली में आज एक बार फिर CAA और NRC को लेकर हिंसा भड़की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने घर पर आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में हिंसाग्रस्त इलाकों के विधायकों, प्रमुख सचिव, गृह सचिव समेत दूसरे बड़े अधिकारियों को बुलाया गया है। यह बैठक सुबह 10.30 शुरू होगी। बवाल के बाद देर रात आम आदमी पार्टी के करीब आधा दर्जन विधायक उपराज्यपाल के घर पर पहुंचे और हिंसा रोकने की मांग की।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि हिंसा में घायल 4 अन्य आम नागरिकों की मौत हो गई और 50 घायल उपचार के लिए अस्पताल पहुंचे हैं। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, ”दिल्ली में हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्वी जिले में स्कूलों की गृह परीक्षाएं नहीं होंगी और सभी सरकारी एवं प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। बोर्ड परीक्षाओं के सम्बंध में मैंने मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से बात की है कि इस जिले में बोर्ड परीक्षा भी स्थगित कर दी जाए। ”
- उत्तर पूर्वी दिल्ली में लागू 144 धारा
- गृहमंत्री अमित शाह ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
- कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जारी किया बयान
सूत्रों के मुताबिक हालात को देखते हुए देर रात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में शीर्ष अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। जिसमें उपद्रवियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा है कि ये दुनिया में भारत की छवि को नीचा दिखाने के लिए किया जा रहा है। दिल्ली पुलिस का एक हेड कंस्टेबल शहीद हो गया है। कांग्रेस पार्टी और कुछ राजनीतिक दलों से पूछना चाहता हूं कि इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? ये भारत की छवि को खराब करने की साजिश है।
जी किशन रेड्डी ने कहा कि मैं इसकी निंदा करता हूं. शांतिपूर्ण विरोध के लिए जाना आपका अधिकार है, लेकिन ये तरीका नहीं है। ये किस तरह का विरोध है? मैं चेतावनी देना चाहता हूं. हिंसा और आगजनी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी. दिल्ली पुलिस को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है’।
इस बीच स्थिति को देखते हुए उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित 10 इलाकों में धारा-144 लगा दी गई हैं। इन इलाकों में दिल्ली पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है। सीआरपीएफ सूत्रों के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली क्षेत्र सीआरपीएफ की 8 कंपनियां तैनात की गई हैं जिनमें रैपिड एक्शन फोर्स की दो कंपनियां और महिला सुरक्षाकर्मियों की एक कंपनी शामिल है।
दिल्ली हिंसा पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बयान जारी किया है। उन्होंने दिल्ली की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही उन्होंने हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत पर शोक जताया है।
कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में पूरा दिन हिंसा से भरा रहा. हिंसा से सिर्फ और सिर्फ आम जनता और देश का नुकसान होता है। इसे रोकने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, दिल्ली में हुई हिंसा परेशान करने वाली है और इसकी निंदा की जानी चाहिए। शांतिपूर्ण विरोध स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है, लेकिन हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता। मैं दिल्ली के नागरिकों से अपील करता हूं कि वे संयम और समझ दिखाएं। ”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत पर दुख जताया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। केजरीवाल के अलावा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, पंकज गुप्ता, संजय सिंह आदि ने भी ट्वीट कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
दिल्ली मेट्रो ने इलाके में तनाव के बीच जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए थे। DMRC ने ट्वीट किया, ‘‘जाफराबाद तथा मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी।’’