- दिल्ली पुलिस ने दो के हफ्ते बाद फिर से काम करना शुरू कर दिया
- वकीलों का कार्य बहिष्कार अभी भी जारी है
- 20 पुलिसकर्मियों को सादे कपड़ों में तैनात किया
- महासचिव धीर सिंह कसाना ने कहा,20 नवंबर को संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करेंगे
ंनई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली मे स्थित तीस हजारी कोर्ट परिसर के अंदर पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प के बाद। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिल्ली पुलिस ने दो के हफ्ते बाद फिर से काम करना शुरू कर दिया है। हालांकि वकीलों का कार्य बहिष्कारअभी भी जारी है। वकीलों के साथ हुई झड़प के बाद दिल्ली पुलिस ने तीस हजारी की सुरक्षा व्यवस्था का काम देखना बंद कर दिया था। पुलिसकर्मियों को कोर्ट परिसर के तीन गेटों पर तैनात किया गया है। स्थिति बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर में करीब 20 पुलिसकर्मियों को सादे कपड़ों में तैनात किया गया है। प्रवेश द्वारों और हाजत क्षेत्र में तैनाती करते हुए पुलिसकर्मियों से कहा गया है कि अगर वकीलों के साथ उनका विवाद होता है तो वे अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। बता दें कि हाजत क्षेत्र में ही वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प के दौरान गोलीबारी की घटना हुई थी। वहीं अब दिल्ली के सभी जिला अदालत बार संघों के महासचिव धीर सिंह कसाना ने कहा कि सभी जिला अदालतों के अधिवक्ता 20 नवंबर को संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करेंगे।
पुलिस और वकिल का विवाद पार्किंग को लेकर हुआ था
दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प के बाद दोनों पक्षों की ओर से केस दर्ज कर लिया गया था। लेकिन क्राइम ब्रांच की एसआईटी टीम इस मामले की जांच में लगी हुई है। जिसकी कमान स्पेशल कमिश्नर स्तर के अफसर के हाथों में सौंप दी गई थी। पुलिस और वकिल का विवाद पार्किंग को लेकर हुआ था पुलिस के वरिष्ठ अफसरों के साथ मारपीट की गई थी। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज को वेरिफाई किया गया था। इस घटना में 20 पुलिसकर्मी, एक एडिशनल डीसीपी, 2 एसएचओ को चोटें आईं थी। साथ ही 8 वकील ज्खमी हो गए थे और 12 प्राइवेट बाइक, एक क्यूआरटी पुलिस जिप्सी और 8 जेल वैन डैमेज कर दि गई थी जिनमें कुछ को आग के हवाले कर दिया था।