नई दिल्ली : Independence day: भारत आज अपना 75वा स्वतंत्रता दिवस मना रहा है पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा हुआ है स्वतंत्राता दिवस पर लाला किले के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये गए ध्वज आरोहण के बाद राष्ट्र को संबोधित किया। संबोधन की शुरुआत पीएम मोदी ने देश वासियों को स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं दे कर की। आज़ादी दिवस के शुभ अवसर पीएम मोदी ने सभी देशवासियों को और विश्व भर में भारत को प्रेम करने वालों तथा लोकतंत्र को प्रेम करने वालों को खूब बधाई दी। मोदी ने अपने भाषण में कहा कि “भारत ने सदियों तक मातृ-भूमि, संस्कृति और आजादी के लिए संघर्ष किया है। आजादी की ललक इस देश ने सदियों तक छोड़ी नहीं। जय-पराजय आते रहे, लेकिन मन मंदिर में बसी आजादी की आकांक्षा कभी खत्म नहीं होने दी।”
Independence day: भाषण के दौरान झलका बटवारे का दुःख
अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बटवारे के दिन हुई हिंसा, बर्बरता, अशांति के साथ- साथ आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले सम्मानित और स्वर्गवासी क्रांतिकारियों को भी याद किया। देश प्रेमियों को याद करते हुये पीएम मोदी ने कहा कि “हम आजादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन आज भी बंटवारे का दर्द हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। यह पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक है। अब से 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में याद किया जाएगा।”
आने वाली पीढ़ी के लिए विकास कार्यो को बढ़ावा
अपने भाषण में पीएम मोदी ने आने वाली पीढ़ी के लिए विकास कार्यो को बढ़ावा देने के लिए सभी देशवासियों से मांग करते हुए कहा “कि हमें मिलकर अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे के लिए काम करना होगा। हमें मिलकर वर्ल्ड क्लास मैन्युफैक्चरिंग के लिए काम करना होगा साथ ही हमें मिलकर अत्याधुनिक नवाचार के लिए काम करना होगा। हमें मिलकर नए जमाने की तकनीक के लिए काम भी करना होगा।
यहाँ भी पढ़े :-स्वतंत्रता दिवस: प्रधानमंत्री मोदी के ट्वीट में झलका 75 साल पुराना बंटवारे का दुःख।
गावों को विकसित करने के लिए सरकार करेगी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार
अपने सम्बोधन में उन्होंने यह भी कहा कि आज हम अपने गांवों को तेजी से परिवर्तित होते देख रहे हैं। बीते कुछ समय में हमारे गांवों तक सड़क और बिजली जैसी सुविधाओं को पहुंचाने में सफल रहे हैं। अब गांवों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क, डेटा की ताकत जल्द से जल्द पहुंचने की तैयारी कर रही है, इंटरनेट भी पहुंच रहा है। गांव में भी डिजिटल उद्यमी तैयार हो रहा हैं। मोदी ने कहा कि गांव में जो हमारी सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी 8 करोड़ से अधिक बहनें हैं, वो एक से बढ़कर एक प्रॉडक्ट्स बनाती हैं। इनके प्रॉडक्ट्स को देश में और विदेश में बड़ा बाजार मिले, इसके लिए सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है
Independence day: छोटे किसान को बनाना है देश का सम्मान
अपने भाषण में किसानों को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है। आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा। उन्हें नई सुविधाएं प्रदान करनी होंगी। देश के 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान ऐसे हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है। पहले जो देश में नीतियां बनीं, उनमें इन छोटे किसानों पर जितना ध्यान केंद्रित करना था, वो नहीं हो पाया है लेकिन अब इन्हीं छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए सभी निर्णय लिए जा रहे हैं।
यहाँ भी पढ़े :- PM Modi Red Fort Speech: आज़ादी से लेकर पदक दिलाने वालों का ज़िक्र, कुपोषण से लेकर किसानों के मुद्दे की चर्चा
देशवासियों के लिए 100 लाख करोड़ का मास्टरप्लान
राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि “देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रहेंगी। आज जिस गति से देश में नए हवाई अड्डों का निर्माण हो रहा है जिसकी वजह से उड़ान योजना दूर-दराज के इलाकों को जोड़ रही है, वो भी बेमिसाल है। उन्होंने कहा कि भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है। भारत आने वाले कुछ ही समय में ‘प्रधानमंत्री गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान’ को लॉन्च करने जा रहा है। ये 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजना होगा जो लाखों युवाओं के लिए योजगार के अवसर देंगी । ये देश के लिए मास्टरप्लान होगा जो नए इंफ्रास्ट्रक्चर की नींव रखेगा।
नए भारत की यात्रा सृजन का अमृतकाल है
संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री ‘नेहरू जी’ हों, देश को एकजुट राष्ट्र में बदलने वाले ‘सरदार पटेल’ हों या भारत को भविष्य का रास्ता दिखाने वाले ‘बाबासाहेब अम्बेडकर’,आज देश ऐसे हर व्यक्तित्व को याद कर रहा है। , देश इन सभी का कर्जदार है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि देश की विकासयात्रा में एक समय ऐसा भी था जब वो देश खुद को नए सिरे से परिभाषित कर रहा था, खुद को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ा रहा था भारत की विकास यात्रा में भी आज वो समय आ गया है। उन्होंने कहा कि यहां से शुरू होकर अगले 25 वर्ष की यात्रा नए भारत के सृजन का अमृतकाल है। इस अमृतकाल में हमारे संकल्पों की सिद्धि, हमें आजादी के 100 वर्ष तक ले जाएगी।