नई दिल्ली- आज बुधवार को सांस्कृतिक मंत्रालय ने नेहरु म्यूजियम और लाइब्रेरी का पूर्नगठन किया गया। बता दे की कांग्रेस के तीन आखिरी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, करण सिंह और जयराम रमेश जो सोसाइटी का हिस्सा थे उन्हें को बाहर का रास्ता दिखाया गया है।
इन कांग्रेसी नेताओं की जगह बीजेपी नेता अनिर्बन गांगुली, गीतकार प्रसून जोशी और पत्रकार रजत शर्मा को मिली है। 5 नवंबर को सांस्कृतिक मंत्रालय से नोटफिकेशन जारी होने के बाद से दोनों दिग्गज दलों के बीच जमकर सियासत हो सकती है।
बता दे कि नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। इस सोसायटी के उपाध्यक्ष राजनाथ सिंह हैं, जबकि गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पर्यावरण प्रकाश जावड़ेकर इस सोसाइटी के सदस्य हैं।
नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की याद में बनाया गया था जो कि नई दिल्ली में तीन मूर्ति भवन के परिसर में स्थित है। यह सन् 1964 में कांग्रेस नेता जवाहर लाल नेहरु के देहांत के उपरान्त बनवाया गया,जिसका लक्ष्य भारत के स्वतंत्रता संग्राम संजोना तथा उसका पुनर्निर्माण अकरना है। यह संस्था भारत सरकार के अंर्तगत आती है जो कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री का सरकारी आवास था।
बीजेपी का सपना कांग्रेस मुक्त भारत भले ही देश में पूरे तरिके से कामयाब ना हुआ हो लेकिन नेहरु म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी पूरे तरिके से कांग्रेस मुक्त हो चुका है।