जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के बयान के बाद जिस प्रकार देश जलाने की साजिश की जा रही है यह कितनी जायज है? 10 जून को जुमे की नमाज के बाद उग्र भीड़ ने सड़कों पर उतरकर दंगा और पथराव किया। दिल्ली की जामा मस्जिद से लेकर पुरे युपी को जिस प्रकार जलाने की कोशिश हुई क्या यह सब अचानक हुई घटना है या फिर इसके पीछे किसी बड़ी साजिश का हाथ है।
जुमे को नमाज के बाद दिल्ली की जामा मस्जिद के सामने जिस प्रकार हजारों लोग सड़कों पर उतरकर हंगामा करने लगे उसे देखते हुए दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई और दंगाईयों को जल्द काबू में कर मामला शांत करने का प्रयास किय।, यूपी के प्रयागराज, साहरनपुर, मुरादाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, हावड़ा, रांची सहित तमात शहरों में पत्थरबाजी आगजनी और तोड़फोड़ की गई। दंगाईयों ने कानून को अपने हाथों में लेकर दहशत का माहौल बनानें की पूरी कोशिश की, प्रयागराज में नाबिलिकों को आगे कर पुलिस पर पत्थरबाजी भी की गई। इस दौरान कानून की अनदेखी कर दंगाईयों ने जमकर उत्पात मचाया। यूपी मे पुलिस ने किसी बड़ी अनहोनी की आशंका को देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाई हुई थी। नमाज के बाद जुटी हजारों की भीड़ ने जमकर उपद्रव किया। पुलिस पर पथराव के साथ ही बमबाजी व आगजनी की। पुलिस प्रशासन की दर्जनों गाड़ियों में तोड़फोड़ की, पीएसी की गाड़ी समेत आठ वाहन फूंक दिए। हमले में आईजी समेत 18 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। पुलिस की ओर से कुल तीन मुकदमें देर रात तक दर्ज किए गए हैं। प्रयागराज हमले के मास्टरमाईंड जावेद अहमद सहित 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि यूपी सरकार ने दंगाईयो पर बड़ी कार्यवाही करते हुए एनएसए लगाने का फरमान जारी किया है। साथ ही यूपी में दंगाईयो के घरों को नेस्तनाबूत करने के लिए स्थानीय प्रशासन को आदेश दिया गया है। इस आदेश के बाद दंगाई छुपते घूम रहे हैं। यूपी सरकार दंगाईयों पर बड़ी कार्यवाही कर नजीर पेश करना चाहती है।