नई दिल्ली: PM Modi on Mission Urban 2.0: पीएम मोदी आज एक ऐतिहासिक पहल के तहत सुबह 11 बजे ‘स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0’ और कायाकल्प एवं शहरी सुधार के लिए ‘अटल मिशन 2.0’ का शुभारंभ करेंगे। पीएमओ की ओर से कहा गया है कि इन दोनों अभियान को सभी शहरों को ‘कचरा मुक्त’ और ‘जल सुरक्षित’ बनाने की आकांक्षा को साकार करने के लिए तैयार किया गया है।
पीएमओ द्वारा दी गई स्वच्छता मिशन की जानकारी
बता दें, इसके अलावा ये प्रमुख मिशन भारत में तेजी से शहरीकरण की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने का संकेत देने के साथ-साथ सतत विकास लक्ष्य 2030 की उपलब्धि में योगदान करने में भी मददगार साबित होंगे। पीएमओ की ओर से यह भी कहा गया है कि इन दोनों अभियानों ने पिछले 7 साल के दौरान शहरी परिदृश्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन दोनों ही प्रमुख मिशनों ने नागरिकों को जल आपूर्ति और स्वच्छता की बुनियादी सेवाएं प्रदान करने की क्षमता में वृद्धि की गई है। “स्वच्छता आज जन आंदोलन बन गया है। सभी शहरी स्थानीय निकायों को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है और 70 प्रतिशत ठोस कचरे को अब वैज्ञानिक रूप से साफ़ किया जा रहा है।
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अभियान के दूसरे चरण का उद्देश्य सुविधाओं को बेहतर बनाना- पीएमओ
पीएमओ की दी जानकारी के मुताबिक, इस अभियान के दूसरे चरण का उद्देश्य सुविधाओं को बेहतर बनाना और देश के सभी शहरों को ‘कचरा मुक्त’ बनाना है। अभियान के तहत अमृत के अंतर्गत आने वाले शहरों के अलावा अन्य सभी शहरों में काले पानी के प्रबंधन को सुनिश्चित करने और सभी शहरी स्थानीय निकायों को ODF+ और 1 लाख से कम जनसंख्या वाले को ODF++ के रूप में तैयार करना है, जिससे शहरी क्षेत्रों में सुरक्षित स्वच्छता के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। मिशन के तहत 3-आर यानी रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल के सिद्धांतों का उपयोग करने से सभी तरह के शहरी ठोस कचरे के वैज्ञानिक प्रसंस्करण और प्रभावी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए डंपसाइट के सुधार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
PM Modi on Mission Urban 2.0: अमृत 2.0 सर्कुलर इकोनॉमी के सिद्धांतों को अपनाएगा- पीएमओ
वहीं अमृत 2.0 का लक्ष्य लगभग 2.64 करोड़ सीवर/सेप्टेज कनेक्शन देकर लगभग 2.68 करोड़ नल कनेक्शन और 500 अमृत शहरों में सीवरेज और सेप्टेज का शत-प्रतिशत कवरेज करते हुए लगभग 4,700 शहरी स्थानीय निकायों में सभी घरों में पेयजल की आपूर्ति का शत-प्रतिशत कवरेज प्रदान करना है।मिशन के तहत शहरी क्षेत्रों में 10.5 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ होगा। पीएमओ के मुताबिक, अमृत 2.0 सर्कुलर इकोनॉमी के सिद्धांतों को अपनाएगा और सतह एवं भूजल निकायों के संरक्षण और कायाकल्प को बढ़ावा भी देगा। मिशन नवीनतम वैश्विक प्रौद्योगिकियों और कौशल का लाभ उठाने के लिए जल प्रबंधन और प्रौद्योगिकी उप-मिशन में डेटा आधारित शासन को बढ़ाने में भी मदद करेगा। शहरों के बीच प्रगतिशील प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए ‘पेयजल सर्वेक्षण’ को भी आयोजित किया जाएगा।
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