जनतंत्र डेस्क Delhi: फिल्मी कहानियां अच्छी लगती हैं, लेकिन जब इन्हें निजी जिंदगी में दोहराया जाए तो जरूरी नहीं नतीजा वो ही निकले जो फिल्म में था। दिल्ली में एक अमीर पिता ने सोचा था कि वह भी फिल्मी तरीका अपनाएगा और मुश्किल हल हो जाएगी। मगर नतीजा उलटा हो गया। दरअसल, दिल्ली में एक अमीर शख्स को अपने बेटे का दाखिला टॉप स्कूल में करवाने के लिए फिल्म हिंदी मीडियम की तर्ज पर अपने बच्चे को गरीब दिखाया। इसके लिए उसने फर्जी कागजात भी बनवा लिए। जिसमें बच्चे का असली नाम दर्ज नहीं था। इस तरह बच्चे को इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन यानि EWS कोटा के तहत एडमिशन दिला दिया, लेकिन शख्स की पोल खुल गई। जिसके बाद नीजि स्कूल ने ही उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया।
मामले में फंसता देख आरोपी शख्स ने अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हालांकि आरोपी को जेल नहीं जाना पड़ा, लेकिन उसके खिलाफ मामले की जांच शुरू हो गई। जांच में सामने आया कि बच्चे को मोटरसाइकिल पर स्कूल से लेने वाला कथित पिता उसे थोड़ी दूर जाकर एक पार्किंग में खड़ी बेहद महंगी कार में बैठाता था और दिल्ली के पॉश एरिया में उसके असली घर छोड़कर आता था।
Delhi: गरीब बच्चे के हक का सवाल
दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस ईडब्ल्यूएस एडमिशन फ्रॉड के कारण एक असली गरीब बच्चा उस नामी स्कूल में एडमिशन से चूक गया। जिसमें अपने बच्चे पढ़ाना देश की ब्यूरोक्रेसी के अफसरों की भी पहली पसंद होता है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने यह सब तब किया, जबकि उसका बेटा पहले ही एक अन्य नामी निजी स्कूल में पढ़ रहा था।
Delhi: एक लाख के बॉन्ड पर अग्रिम जमानत
आरोपी ने हाईकोर्ट में जस्टिस अनु मल्होत्रा की पीठ के सामने अग्रिम जमानत की गुहार लगाई। जस्टिस मल्होत्रा ने कहा, इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि आरोपी अभियोजन के गवाहों को बरगलाकर न्याय से बचने की कोशिश करेगा। उसके खिलाफ लगाई गई धाराओं में सजा का फैसला ट्रायल के बाद ही होगा। इसके बाद जस्टिस मल्होत्रा ने आरोपी को गिरफ्तार किए जाने की सूरत में उसे एक लाख रुपये के निजी बॉन्ड की जमानत पर छोड़ दिए जाने का आदेश दिया।
बेटे ने ही खोली पोल
वहीं, इस पूरे चक्कर का खुलासा खुद आरोपी के बेटे ने ही कर दिया था। पुलिस के मुताबिक, बच्चे ने बार-बार दूसरे बच्चों को अपना असली नाम बताते हुए उसी नाम से पुकारने की जिद की और अपने पेरेंट्स के भी असली नाम बता दिए। जिसके बाद पूरे आरोपी की पोल खुल गई।