नई दिल्ली: ED Summon: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत को कथित उर्वरक घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय ने समन जारी किया है। अग्रसेन गहलोत को सोमवार को सुबह 11 बजे जयपुर में एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया है। पिछले साल ईडी ने कथित उर्वरक घोटाले में अग्रसेन गहलोत से जुड़े विभिन्न प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की थी। उन्हें ईडी के सामने भी तलब किया गया था लेकिन वह एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए।
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ED Summon: छह स्थानों पर की छापेमारी
ईडी के अधिकारियों ने छह स्थानों पर छापेमारी की – जोधपुर सहित राजस्थान में छह, पश्चिम बंगाल में दो स्थानों, गुजरात में चार स्थानों और दिल्ली में एक। राजस्थान उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह अग्रसेन गहलोत की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए कहा था कि वह ईडी की जाँच में सहयोग करेंगे। अग्रसेन गहलोत पर 2007 और 2009 के बीच सब्सिडी वाले उर्वरक निर्यात करने का आरोप है जब यूपीए सरकार सत्ता में थी। सूत्रों के अनुसार, अग्रसेन गहलोत ने 2007 से 2009 की अवधि के दौरान, बड़ी मात्रा में म्यूरेट ऑफ पोटाश (MoP) की साजिश रची और विदेशों में निर्यात किया, जो कि भारतीय किसानों के लिए रियायती दर पर था।
ED Summon: 60 करोड़ रुपये का जुर्माना भरने को कहा
अग्रसेन गहलोत ने अपनी कंपनी अनुपम कृषि के माध्यम से एमओपी को रियायती दर पर खरीदा और बाद में इसे मलेशिया और वियतनाम जैसे देशों को उच्च दर पर बेच दिया। कस्टम विभाग ने मामला दर्ज कर लिया है। सीमा शुल्क की चार्जशीट के आधार पर ईडी ने अग्रसेन गहलोत समेत तीन फर्मों और उनके मालिकों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। बाद में अशोक गहलोत के भाई को 60 करोड़ रुपये का जुर्माना भरने को कहा गया। ईडी द्वारा अपने रिश्तेदारों और करीबी सहयोगियों पर भड़के अशोक गहलोत ने पिछले साल एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “यह राजस्थान में मेरी सरकार को गिराने की भाजपा की साजिश है।”