नई दिल्ली : उत्तर पूर्वी दिल्ली में पिछले दिनों हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस Delhi Violence ने सख्त रुख अपना लिया है। इस कड़ी में जगतपुरी में दंगे को लेकर कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि उत्तर पूर्वी जिले में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान शाहदरा के जगतपुरी इलाके में भी दंगा हुआ था। इस दंगे का आरोप कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद इशरत जहां उर्फ पिंकी पर लगा है। पुलिस ने पहले उन्हें हिरासत में लिया था और बाद में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पेशे से वकील इशरत ने कोर्ट में जमानत अर्जी भी लगाई, लेकिन खारिज हो गई।
- कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां गिरफ्तार
- दिल्ली पुलिस ने दंगा भड़काने के आरोप में किया गिरफ्तार
- इशरत जहां पर लगा है भीड़ को उकसाने का आरोप
- इशरत जहां को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
Delhi Violence में मारे गए लोगों की उम्र 20 से 30 के बीच
दिल्ली में हुई हिंसा Delhi Violence को लेकर खबर है कि हिंसा में मारे गए लोगों में 22 लोगों की मौत पत्थरबाज़ी की वजह से हुई है, वहीं मरने वालो 35 लोगों की पहचान कर ली गई है, जिसमें 22 की मौत पथराव या हमले की वजह से जबकि 13 मौत गोली लगने की वजह से हुई, पुलिस ने शुक्रवार को नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा में 35 लोगों के मारे जाने के वजहों का खुलासा किया और उनकी मौत की वजह भी बताई, 35 में से 22 की मौत पथराव या उन पर हुए शारीरिक हमले से हुई जबकि 13 की मौत बंदूक की गोली लगने से हुई, पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, इस हिंसा के दौरान मारे गए लोगों में ज्यादातर की उम्र 20 और 30 के बीच की है, हालांकि अस्पताल के अधिकारी मरने वालों की संख्या 42 बता रहे हैं।