नई दिल्ली: Gujarat Politics: शनिवार को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के अचानक इस्तीफे के बाद पूरी राजनीतिक जगत में खलबली मच गई थी। जिसके बाद बीजेपी विधायक दल की तत्काल बैठक बुलाई गई, जिसमें बीजेपी ने रविवार को सर्वसम्मति 59 वर्षीय भाजपा नेता भूपेंद्र पटेल का चयन मुख्यमंत्री पद के लिए। बैठक के दौरान भाजपा के 103 विधायक मौजूद थे।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे अमित शाह
बता दें, अपने समर्थकों के बीच दादा के नाम से मशहूर भूपेंद्रभाई रजनीकांतभाई पटेल, आज (सोमवार) दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर गुजरात के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। आज सोमवार को केवल मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवायी जाएगी जबकि मंत्रिमंडल के सदस्यों के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम दो दिन बाद किया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह में गृहमंत्री अमित शाह भी उपस्थित रहेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए अमित शाह दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर अहमदाबाद पहुंच जाएंगे। भूपेंद्र पटेल का पाटीदार समाज में एक मजबूत प्रभाव हैं। पटेल की इसी खूबी को देखते हुए बीजेपी ने आगामी चुनाव के लिए तैयार किया है।
पटेल ने अमित शाह और जेपी नड्डा को किया धन्यवाद
हालांकि भूपेंद्र पटेल इससे पहले कभी भी राज्य सरकार में मंत्री नहीं रहे हैं। अपने समर्थकों के बीच दादा के नाम से मशहूर पटेल गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री तथा उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के करीबी माने जाते हैं। पटेल जिस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं वह गांधीनगर लोकसभा सीट का ही एक भाग है। जहां से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी यहां से सांसद रह चुके हैं। वहीं राज्य की जिम्मेदारी लेने के बाद पटेल का कहना है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और अमित शाह के आभारी हैं जिन्होंने उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी के काबिल समझा।
यह भी पढ़े:-BJP Prabudh Sammelan: पूर्वांचल में चुनावी सरगर्मी तेज,विपक्ष के प्लान पर भारी पड़ रहा है बीजेपी का ये दांव
पटेल का लंबा राजनीतिक सफर
भूपेंद्र पटेल ने नगरपालिका स्तर के नेता से लेकर प्रदेश की राजनीति में उच्चे पद तक का सफर तय किया है। उन्हें एक मधुभाषी कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है। राजनीतिक हलकों में मुख्यमंत्री के पद के लिए जिन शीर्ष नेताओं के नाम की अटकलें चल रहीं थीं उसमे दूर-दूर तक भूपेंद्र पटेल का नाम नहीं था। राज्य की घाटलोडिया सीट से 2017 में भूपेंद पटेल ने पहली बार चुनाव लड़ा था और विजयी रहे थे। ये जीत उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी शशिकांत पटेल को एक लाख से अधिक वोटों से हराकर हासिल की थी। इस चुनाव में जीत का ये सबसे बड़ा अंतर था।