लखनऊ : एक तरफ जहाँ केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार द्वारा नए इंडिया और सबका साथ-सबका विकास-सभा विश्वास नारे को बुलंद किया जा रहा है, वहीं प्रदेश में आये दिन बच्चा चोरी के शक में भीड़ द्वारा पिटाई के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी ने सरकार और प्रशासन के मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं प्रदेश में बच्चा चोरी को लेकर भीड़ द्वारा पिटाई के मामले पर अब यूपी पुलिस ने सख्त रूख अख्तियार किया है।
बच्चा चोरी को लेकर भीड़ द्वारा पिटाई के मामले को लेकर अब एडीजी कानून व्यवस्था ने सभी जिले के कप्तानों को निर्देश जारी किये हैं। निर्देश में अफवाह फैलाने और कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। निर्देश में कहा गया है जो भी इस तरह की अफवाह फैलाते हैं, उनके खिलाफ कठोर क़ानूनी कार्रवाई की जाये, जिससे इस तरह की घटनाओं से निपटा जा सके।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पीवी रामशास्त्री ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी बच्चा चोरी की घटनाएं नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि कुछ शरारती तत्वों ने साजिशन राह से गुजरते व्यक्ति व मानसिक विक्षिप्त को बच्चा चोर बताकर भीड़ को बेकाबू किया है, जिसके बाद भीड़ के द्वारा पिटाई की घटना घटित हुई है। ऐसे लोगो से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पीवी रामशास्त्री ने कहा कि अब तक प्रदेश भर में आगरा मेरठ कानपुर जौनपुर संभल समेत कई जिलों में 18 घटनाएं सामने आई है, जिसमें 44 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि आगे इस तरह के मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त क़ानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।