LockDown 3.0: शराब दुकान के बाहर social distancing की उड़ी धज्जियाँ, दिल्ली में ठेके हुए बंद
शराब की दुकानों के बाहर लगी लंबी लाइन, कोई बोरी लेकर तो कोई बड़े बैग के साथ कर रहा शराब का स्टॉक , दिल्ली में ठेके हुए बंद
देशव्यापी LockDown 3.0 के बीच सरकार ने अलग अलग ज़ोन में कई छूट दिए हैं। ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन में ई -कॉमर्स से लेकर नाइ की दुकानों को भी खोलने की अनुमति दी गई है। हलाकि ,इसमें सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। लोगों में सबसे ज्यादा शराब की दुकाने खुलने को लेकर उत्सुकता है। LockDown 3.0 गाइडलाइन के मुताबिक एक बार में केवल पांच लोग ही शराब की दुकान के बाहर खड़े हो सकते हैं। इसके साथ ही 6 फुट की दूरी का पालन भी अनिवार्य है।
कोरोना वायरस के बढे प्रकोप को रोकने के लिए सरकार की तरफ से 24 मार्च को पहला लॉकडाउन लगाया गया था। लेकिन बिगड़ते हालात को देखते हुए लगातार लॉकडाउन को एक्सटेंड किया जा रहा है। लम्बे लॉकडाउन के बाद ग्रीन ज़ोन और ऑरेंज ज़ोन में सोमवार से सशर्त छूट दी गई। लोगों में शराब की दुकानें खोलने का बड़ा असर देखने को मिला। करीब 40 दिन बाद खुलने वाली शराब की दुकानों पर लोग सुबह से हीं पहुंच गए।
राजधानी दिल्ली के साथ देश के अन्य से भी ऐसी हीं तस्वीरें आ रही है। शराब की दुकानें खुलने से पहले ही उनके बाहर काफी लम्बी लाइनें लग गई। इस दौरान कई जगह पर तो फिजिकल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ रही हैं। लोग बड़ी मात्रा में शराब की बोतलें खरीद रहे हैं, माना जा रहा है कि यह सभी लोग स्टॉक करने की योजना में लगे हैं।
आज से लॉकडाउन 3.0 , मिल रही सशर्त छूट
लॉकडाउन 3.0 आज से 17 मई तक के लिए लागू हो गया है। इस तीसरे लॉकडाउन के तहत कुछ शर्तों के साथ रेड, ऑरेंज व ग्रीन जोन में सुबह 10 बजे से शाम के 7 बजे तक शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। सोमवार को देश की राजधानी दिल्ली के साथ साथ देश भर में सुबह 7 बजे से शराब की दुकानें खोली गई। इसको लेकर लोगों में काफी उत्सुकता देखी गई। अधिकांश जगह पर तो लोग नौ बजे से ही लाइनों में लग गए थे। हलाकि , दिल्ली में भीड़ और सोशल डिस्टन्सिंग की उड़ती धज्जियां देख शराब की दुकाने बंद कर दी गई।
स्टॉक करने की होड़
लम्बे अंतराल के बाद खुशी शराब की दुकानों के बाहर लम्बी कतारें हैं। कई शहरों में तो दुकान खुलने का समय सुबह 7 से 10 या फिर 7 से 12 बजे निर्धारित किया गया है। वहां पर काफी भीड़ हैं। लोग अब तो शराब को स्टॉक करने की जुगत में भी हैं। शराब की दुकानों के बाहर ऐसा नजारा दिख भी रहा है। यहां पर कोई बोरी लेकर पहुंचा है तो कोई बड़े बैग के साथ आया है। कुछ लोगों ने तो सुबह से लाइन लगा राखी है। एक शख्स लाइन में है तो दूसरा atm से पैसे निकल रहा है। शायद ही कोई ऐसी दुकान है जहाँ सोशल डिस्टन्सिंग मेंटेन किया जा रहा हो। ऐसी स्थिति में लॉकडाउन का कोई मतलब न रह जायेगा।
देश में कई जगहों पर उडी धज्जियां
लॉकडाउन 3.0 में शराब खरीदने के समय सरकार ने फिजिकल डिस्टेंसिंग बरकरार रखने का निर्देश दिया है। लेकिन , लम्बे समय बाद मिली मुराद से लोग इतने ज्यादा अत्यधिक उत्साहित नज़र आये कि सरकार की एडवइजरी तार-तार हो गई । शराब की दुकानों के बाहर सुबह से ही लम्बी लाइन लगी थी। धीरे धीरे भीड़ इतनी बढ़ गई कि फिजिकल डिस्टेंसिंग धज्जियां उड़ गईं। सुबह 6 बजे से ही शराब खरीदने के लिए लाइनों में लगे नजर आए । ठेकेदार खुद खड़े होकर लोगों को सोशल डिस्टैन्सिंग के लिए समझाते नज़र आ रहे थे। कई जगह ठेकेदार खुद खड़े होकर लोगों को एक-एक कर खरीदारी करने के लिए समझाते नजर आ रहे थे
भीड़ को काबू कर पाना मुश्किल
गाइडलाइन के मुताबिक एक बार में केवल पांच लोग ही शराब की दुकान के बाहर खड़े हो सकते हैं। इसके साथ ही 6 फुट की दूरी का पालन भी अनिवार्य है। आज ठेकों के बाहर उमड़ी भीड़ को काबू कर पाना मुश्किल हो रहा है। शराब की दुकानों के बाहर फिजिल डिस्टेंसिंग कही नजर नही आ रही है। ग्रामीण इलाकों में कुछ दुकानों पर एक मीटर की दूरी पर गोल घेरे बनाये गए है। यहां भी लेागों की भीड़ इकट्ठा दिखी। लोगों में शराब का स्टॉक करने की होड़ सी लगी है। शराब खरीदने आये एक ग्राहक का कहना है कि “४० दिनों से घर में बंद हैं ऐसे में शराब होना जरुरी है। जबकि इतने दिनों से बंदी के बाद आज मौका मिला है तो आने वाले हालात को देखते हुए स्टॉक जरुरी है।”
‘कोविड फण्ड’ के नाम पर ज्यादा पैसा
लॉकडाउन 3.0 के तहत सरकार ने शराब के शौकीनों को एक और राहत देते हुए ऐलान किया है कि हर बोतल में दर्ज दामों से ज्यादा पैसे वसूलने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई होगी। हालाँकि , कई जगहों पर ठेकेदार ‘कोविड फंड’ के नाम पर ज्यादा पैसा वसूल रहे हैं। वहीं लोगों में , लम्बे समय के अंतराल के बाद खुल रही शराब की दुकानों पर निर्धारित मूल्य से अधिक दाम वसूलने की आशंका भी बढ़ गई है। साथ ही लोगों के स्टॉक करने की वजह से कई ब्रांड में कमी की भी आशंका जताई जा रही है।
सरकार सख्त , आबकारी आयुक्त ने लिखा पत्र
सरकार अब ऐसे लोगों को लेकर सख्त नज़र आ रही है। आबकारी आयुक्त पी. गुरुप्रसाद ने प्रदेश के सभी संयुक्त आबकारी आयुक्त, उपायुक्त और जिला आबकारी अधिकारियों को एक पत्र भेजा है। जिसमें एक लंबे समय के बाद शराब की दुकानें खुलने से मांग के मुताबिक मात्रा और ब्रांड की कमी के चलते निर्धारित मूल्य से अधिक पर शराब बेचे जाने की संभावना जताई है। ऐसा होने से विभाग और सरकार की छवि धूमिल होने के चलते इसे तत्काल रोकने के लिये न सिर्फ ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।
सरकार ने ओवर रेटिंग की मुख्यालय स्तर पर शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का दावा किया है। इसके साथ ही आम जनता को निर्धारित मूल्य पर ही शराब उपलब्ध कराने के लिये क्षेत्रीय आबकारी अधिकारियों को सादे कपड़ों में जांच के लिये औचक निरीक्षण भी करने का निर्देश भी दिया है।